नोडल शिक्षक मनु कुमारी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में निरीक्षणकर्ता केशव सर भी रहे मौजूद
यह बैठक न केवल मासिक धर्म पर जानकारी प्रदान करती है, बल्कि किशोरियों को स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है। इस प्रकार के आयोजनों की आवश्यकता है ताकि समाज में नकारात्मक धारणाओं को समाप्त किया जा सके और किशोरियों को अपने शरीर और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाया जा सके।
बायसी।
मध्य विद्यालय सुरीगांव में मीना मंच की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें मासिक धर्म जैसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय पर चर्चा की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य किशोरियों को मासिक धर्म के बारे में जागरूक करना और इसके प्रति समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना था।
बैठक की संरचना
बैठक की अध्यक्षता नोडल शिक्षक मनु कुमारी ने की। इस दौरान मीना मंच के बीस सदस्यों के साथ विद्यालय के शिक्षक और जिला निरीक्षणकर्ता केशव सर भी उपस्थित थे। बैठक की शुरुआत में मनु कुमारी ने सभी का स्वागत किया और बैठक का उद्देश्य स्पष्ट किया। मनु ने कहा कि जागरूकता को लेकर यह बैठक प्रत्येक शनिवार को आयोजित की जाएगी
मासिक धर्म: एक सामान्य प्रक्रिया
बैठक में सबसे पहले मुस्कान नाम की मीना सदस्य ने मासिक धर्म के बारे में प्रश्न पूछा। इस पर मनु कुमारी ने बताया कि मासिक धर्म हर किशोरी के जीवन का एक सामान्य हिस्सा है। यह हर महीने होता है और इसमें गर्भाशय की परत योनि के माध्यम से बाहर आती है। उन्होंने कहा, “यह कोई पाप नहीं है, बल्कि ईश्वर का एक वरदान है, जो बताता है कि आप भविष्य में मां बन सकती हैं।”
माहवारी दिवस का महत्व
केशव सर ने बताया कि मासिक धर्म आमतौर पर पांच दिनों तक रहता है और यह हर 28 दिन पर दोहराता है। उन्होंने इस विषय को आगे बढ़ाते हुए 28 मई को “माहवारी दिवस” के रूप में मनाने का सुझाव दिया, जिससे इस प्राकृतिक प्रक्रिया के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।
गतिविधियों में भागीदारी
रुचि कुमारी ने पूछा कि क्या इस दौरान विद्यालय आकर खेल सकते हैं। इस पर मनु कुमारी ने कहा कि किशोरियाँ इस दौरान स्कूल आ सकती हैं, पढ़ाई कर सकती हैं और खेल भी सकती हैं। उन्होंने साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी, जिसमें रोज स्नान करना और सेनेटरी पैड का उचित निपटान शामिल है।
स्वास्थ्य संबंधी सलाह
बैठक में स्वास्थ्य को लेकर भी चर्चा की गई। मनु कुमारी ने पेट दर्द की समस्या के लिए गर्म पानी की सेंक लगाने की सलाह दी और विशेष समस्या होने पर चिकित्सक से परामर्श लेने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने किशोरियों को अपने शरीर की देखभाल करने और किसी भी असुविधा के लिए खुलकर बात करने की प्रेरणा दी।
बैठक का समापन
बैठक के अंत में मीना मंच की सदस्य रेणु कुमारी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए बैठक की समाप्ति की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की चर्चाएँ किशोरियों को आत्मविश्वास और समझ प्रदान करती हैं, जिससे वे अपने स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति सजग रह सकें। इस मौके पर केशव सर,जहांगीर सर,नीतू रानी, नुजहत प्रवीण,तरब आरा बेगम आदि मौजूद थे।
यह बैठक न केवल मासिक धर्म पर जानकारी प्रदान करती है, बल्कि किशोरियों को स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है। इस प्रकार के आयोजनों की आवश्यकता है ताकि समाज में नकारात्मक धारणाओं को समाप्त किया जा सके और किशोरियों को अपने शरीर और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाया जा सके।