नरगोड़ा में ग्रामीणों को गुमराह कर पंचायत के विकास को प्रभावित कर रहे तथाकथित पंच

अपनी राजनितिक रोटी सेकने ग्रामीणों से करा रहे सरपंच से खिलाफत

नरगोड़ा सरपंच के खिलाफ षड्यंत्र रचकर तथाकथित पंचो ने लाया था अविश्वास प्रस्ताव, जांच में पाया गया असत्य

समाज जागरण ब्यूरो

बिलासपुर। ग्राम पंचायत नरगोड़ा के सरपंच के खिलाफ ग्रामीणों को गुमराह कर गाव के विकास में बाधक बने तथाकथित पंचो ने षड्यंत्र रचकर अपनी राजनितिक रोटिया सेकने की मंशा से अविश्वास प्रस्ताव लाया था जिसकी जांच के बाद कलेक्टर ने सरपंच के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करते हुए सरपंच को पद पर बहाल कर दिया। इस पुरे मामले में पंचायत के 4 पंचो की अहम् भूमिका सामने आई है जो महज अपनी मनमानी व पंचायत के कार्यो में एकाधिकार करने सरपंच को पद से हटाने की साजिश कर रहे थे मगर उनकी साजिश नाकाम रही व सरपंच पुन: पद पर बहाल हो गए।

ग्राम पंचायत नरगोड़ा के अमित कुमार सांडे पिता द्वारिका प्रसाद वार्ड क्रमांक 1 पंच, नारायण भारद्वाज पिता चुन्नीलाल वार्ड क्रमांक 10, ओम प्रकाश बनर्जी पिता परदेशी लाल वार्ड नंबर 4 उपसरपंच, परमेश्वर विश्वकर्मा पिता दाऊ लोहार वार्ड क्रमांक 5 द्वारा सरपंच के खिलाफ गाव के ग्रामीणों व अन्य पंचो को गुमराह किया था व सरपंच को पद से हटाने के लिए एसडीएम के समक्ष अविश्वास प्रसताव लाया था मगर सरपंच पर लगाए गए आरोपों की जब कलेक्टर ने जांच की तो सभी आरोप बेबुनियाद पाए गए। पंचायत के इन तथाकथित पंचो के द्वारा पंचायत के कार्यो में व्यवधान डालकर गाव के विकास की गति तो रोकने पर आमादा है जिसके चलते ग्रामीणों को कई सुविधाए नहीं मिल पा रही है वही राजनितिक द्वन्द से विकास से गाव अछुता होता जा रहा है जिसपर लगाम लगाया जाना अति आबश्यक है।

ज्ञात हो कि नरगोड़ा सरपंच फूलबाई प्रजा खरे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में तथाकथित वसुलीबाज परमेश्वर विश्वकर्मा, अमित कुमार सांडे, नारायण भारद्वाज, ओम प्रकाश बनर्जी द्वारा षड्यंत्र कर नरगोड़ा पंचायत के पंचो को दिग्भ्रमित कर झूठे आरोप लगाकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था मगर कलेक्टर की जांच में सरपंच के खिलाफ लगाए गए सारे आरोप झूठे पाए गए। वार्ड क्रमाक पांच के पंच परमेश्वर विश्वकर्मा बेहद विवादित व्यक्ति रहे है पूर्व में भी पिछले सरपंच पर इसी तरह के तमाम आरोप लगाकर मीडिया को दिग्भ्रमित करते हुए समाचारों का प्रकाशन कराया था ताकि प्रशासन पर दबाव बना सके मगर परमेश्वर विश्वकर्मा ने इस विरोध को रफादफा कर दिया। सूत्रों की माने तो परमेश्वर विश्वकर्मा ने सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने एक सोची समझी योजना के तहत किया था ताकि सरपंच से अवैध रूप से उगाही कर सके, मीडिया में बार बार सरपंच के खिलाफ समाचार प्रकाशन कर सरपंच के खिलाफ माहौल बनाकर साठगाठ कर लिया और पुरे मामले को ठन्डे बस्ते में डाल दिया मगर पुरानी साठ गाठ में कथित त्रुटि होने की वजह से वसुलीबाज परमेश्वर विश्वकर्मा ने पुन: सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पंचो को दिग्भ्रमित करना आरम्भ किया जिसके फलस्वरूप पंचो ने एसडीएम को सरपंच के खिलाफ ज्ञापन सौपा है|

दिग्भ्रमित करने में माहिर है परमेश्वर विश्वकर्मा :- ग्राम पंचायत नरगोड़ा के सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लाने व पंचो को दिभ्रमित करने का मास्टर माइंड परमेश्वर विश्वकर्मा को बताया जा रहा है, सूत्रों की माने तो परमेश्वर विश्वकर्मा पंचायत के पंचो को सरपंच के खिलाफ भड़काकर अपना स्वार्थ पूरा करना चाहता है ताकि धन उगाही हो सके। परमेश्वर विश्वकर्मा द्वारा मीडिया को भी धोखे में रखकर सरपंच के खिलाफ समाचारों का प्रकाशन करवाता है ताकि प्रशासन पर दबाव बना सके और उगाही कर अपना उल्लू सीधा कर सके|ऐसे वसुलीबाज लोगो के खिलाफ प्रशासन को संज्ञान लेते हुए कार्यवाही किया जाना हितकर होगा|