झारखंड बंद : ईचागढ़ में व्यापारों और वाहनों की गतिविधियाँ पड़ी ठप ।



दैनिक समाज जागरण ,शेखर सुमन , ईचागढ़ सराइकेला (झारखण्ड ) 10 जून 2023

ईचागढ़: झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन और झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति ने मिलकर कल यानी शुक्रवार को दो दिवसीय झारखंड बंद का ऐलान किया था। इस बंद का असर आज पूरे ईचागढ़ प्रखंड में महसूस हो रहा है, जहां दवाखाने और अस्पताल को छोड़कर बाकी सभी दुकानें और वाहनों की गतिविधियाँ बंद हैं। इस बंद के कारण, कई किलोमीटर तक फैले हुए ट्रकों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं।

झारखंड सरकार के अनुकूल नीतियों, जैसे 60/40 नियोजन नीति और स्थानीय नीतियों के खिलाफ इस प्रदर्शन का कारण बताया जा रहा है। इस संघर्ष के माध्यम से उन्होंने झारखंड सरकार के गलत निर्णयों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है।

बंद के प्रभावस्वरूप ईचागढ़ क्षेत्र की सभी व्यापारिक गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं। उद्योगिक इलाकों में स्थित कारख़ानों, दुकानों, बाजारों, और साधारण व्यापारी दुकानों में बंदी देखी जा रही है। लोगों के द्वारा खाद्य दुकानों, सब्जी मंडी, किराना दुकानों और अन्य खुदरा व्यापार स्थानों के खोलने से इंकार किया जा रहा है।

इस बंद के परिणामस्वरूप आम जनता को बहुत समस्याएं उठानी पड़ रही हैं। जबकि बंद का मुख्य उद्देश्य सरकार के निर्णयों को लेकर आंदोलन करना है, लेकिन इसके फलस्वरूप आम लोगों की आर्थिक और सामाजिक जीवन में असुविधा हो रही है। बंदी के कारण, लोगों को अस्पतालों और औषधालयों तक पहुंचने में भी दिक्कतें आ रही हैं।

झारखंड सरकार द्वारा इस प्रदर्शन के मुद्दे पर ध्यान दिया जाना चाहिए और संघर्ष समिति के सदस्यों और छात्रों के साथ बातचीत का मार्ग पस्त किया जाना चाहिए। सरकार को समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए विभिन्न पक्षों के बीच संवाद को बढ़ावा देना चाहिए।

यहां तक कि जब तक व्यापारियों और जनसमूह के मसलों पर संघर्ष जारी रहेगा, ईचागढ़ क्षेत्र में व्यापार और आर्थिक गतिविधियों का निष्पादन सुविधाजनक नहीं होगा। सरकार को आम जनता की समस्याओं का ध्यान देने के साथ-साथ उनके अधिकारों का सम्मान करने की जरूरत है, ताकि सबका विकास सुनिश्चित हो सके।