*दो हजार से अधिक परशुराम वंशज हुए भूमि पूजन में शामिल*
*अगले वर्ष मंदिर पूर्ण कराने को लिया गया संकल्प*
समाज जागरण, बिनोद सिंह ब्यूरो चीफ सह प्रभारी पलामू प्रमंडल
मेदिनीनगर पलामू (झारखंड) 3 मई 2023 : स्थानीय रेडमा स्थित के उद्योग विभाग परिसर स्थित मथुरा बाड़ी में बुधवार को राष्ट्रीय परशुराम सेना भार्गव के नेतृत्व में झारखंड में पहला परशुराम मंदिर निर्माण को ले भूमि पूजन किया गया। पारंपरिक वाद्य यंत्र धूतुंगा डफला- बसूली की ध्वनि व ज्योतिषविद पं. गोपाल मिश्रा ने मंत्रोच्चारण के साथ यजमान दिलीप तिवारी मिंटू, आलोक तिवारी, अमित तिवारी व जय प्रकाश दुबे से भूमि व हनुमत पूजन कराया। मौके पर ज्ञानचंद पांडेय ने कहा कि भगवान परशुराम मंदिर का निर्माण कराना जरूरी है। इसके लिए सभी को आगे आने की जरूरत है। ज्योतिषविद पं. गोपाल मिश्रा ने कहा कि भगवान परशुराम विष्णु के पांचवे अवतार हैं। अनैतिकता को खत्म करने के लिए धरती पर प्रकट हुए। भगवान परशुराम किसी जाति विशेष के नहीं बल्कि संपूर्ण समाज के होते हैं। मंदिर निर्माण में सभी सनातनियों का सहयोग जरूरी है। धनंजय त्रिपाठी ने कहा कि पूरे झारखंड में बन रहे पहले भगवान परशुराम के मंदिर के माध्यम से देश में एक बड़ा संदेश दिया जाना चाहिए। प्रदेश संरक्षक कमलेश शुक्ला ने मंदिर निर्माण के लिए पांच लाख रूपए सहयोग की घोषणा की। उन्होंने अग्रिम राशि के रुप में दो लाख रुपए का चेक प्रदान किया। रूद्र शुक्ला ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए एकजुटता का परिचय देकर अपने-अपने स्तर से जिम्मेवारी उठाएं। विवेकानंद त्रिपाठी ने कहा कि प्रत्येक घर के सभी सदस्य दान देकर पुण्य के भागी बनें। भाजपा नेत्री मंजू लता ने कहा कि मंदिर निर्माण में सभी अपने स्तर से सहयोग करें। मंदिर निर्माण को अगले वर्ष तक पूर्ण कराने का संकल्प लिया गया।कार्यक्रम का संचालन अभिषेक तिवारी चिंटू ने किया। विवेकानंद दुबे ने भगवान परशुराम के जयकारे से कार्यक्रम स्थल को गुंजायमान किया। मौके पर राष्ट्रीय परशुराम सेना भार्गव संयोजक अजय तिवारी अकेला,
मुकेश तिवारी, बसंत तिवारी, सत्येंद्र तिवारी, पपलू दुबे, अंकित पांडेय, आलोक तिवारी, अनूप दुबे, श्रवण शुक्ला, लव शुक्ला, ओम प्रकाश शुक्ला, बसंत शुक्ला, अरविंद शुक्ला, परमेश तिवारी, उमाशंकर मिश्रा, बलराम पांडेय, भोला पांडेय, दिलीप तिवारी, रमेश शुक्ला, संतोष शुक्ला, देवांत शुक्ला व सत्यनारायण शुक्ला सहित हजारों की संख्या में ब्राह्मण मौजूद थे।
………………………..
फोटो : भूमि पूजन के पश्चात हनुमत पूजन व ध्वजारोहण करते परशुराम वंशज।
