कानपुर ने अश्रु पूर्ण नेत्रों से दी सुकमा में शहीद शैलेन्द्र कुमार को अंतिम बिदाई

शहीद शैलेन्द्र की अंतिम विदाई में उमड़ जन सैलाब

  • सरकार की ओर से परिवार को दिया गया 50 लाख का चेक । साथ में नौकरी और सड़क का नाम शहीद शैलेंद्र के नाम पर रखे जाने की भी मुख्यमंत्री ने की घोषणा

सुनील बाजपेई
कानपुर। आज यहां मंगलवार को गांव पहुंचने के बाद छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजापुर बॉर्डर पर नक्सली हमले में कानपुर के महाराजपुर थाना क्षेत्र के नौगवां गौतम गांव निवासी शहीद शैलेंद्र कुमार को अश्रु पूरित नेत्रों से अंतिम बिदाई दी।
आज मंगलवार को शहीद शैलेंद्र के अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। उन्हें गांव में ही राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुए अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान शैलेंद्र कुमार अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया।
वहीं जनप्रतिनिधियों समेत डीएम, एडीएम एफआर, एसडीएम व पुलिस के अधिकारियों द्वारा भी पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर के माध्यम से छत्तीसगढ़ में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जनपद कानपुर नगर निवासी सीआरपीएफ जवान शैलेंद्र को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने शहीद सैनिक के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और सड़क का नाम शहीद शैलेन्द्र के नाम पर रखे जाने की भी घोषणा की। शहीद जवान शैलेंद्र के परिवार वालों को पचास लाख का यह चेक मंत्री राकेश सचान ने प्रदान की। इसके पहले अपने पति का शव देखकर पत्नी बिलख पड़ीं। शव से लिपटकर बोलीं- मुझे आप पर गर्व है। रोती हुई मां ने कहा- मेरा बेटा नहीं, सब कुछ चला गया।
यहां शहीद शैलेंद्र कुमार को आखिरी विदाई देने के लिए सैकड़ों लोग पहुंचे। यह सभी भारत माता की जय के नारे लग रहे थे। दुख के इस मौके पर राज्य मंत्री अजीत पाल, सतपाल रावत आईजी सीआरपीएफ, एसपी सिंह डीआईजी सीआरपीएफ व सेना के अधिकारियों ने कंधा दिया।