…..कृष्ण यौ कन्हैया अहाॅ॑ कोना के बिसरि गेलौं,अहाॅ॑ बिना गोकुला उदास यौ कन्हैया जी”: कविता मिश्रा

जन्माष्टमी पर बच्चे बच्चियों के बाल रूप राधा कृष्ण की फोटो सोसल साइट पर जमकर हो रहा है वायरल

छातापुर/डा. रूद्र किंकर वर्मा।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर पूजा घरों, मंदिरों में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। घर में छोटे छोटे बच्चों को बालरूप कान्हा और राधा के रूप में मां बच्चों को तैयार कर सेल्फी फोटो और सोसल साइट पर उसे लोड कर मनमोहक छवि को लोग वायरल भी कर रहे हैं। कृष्ण मंदिरों में कृष्ण भगवान के गीतों से धरा गुंजायमान हो रही है।
इधर छातापुर में भी हर कोई भगवान के लिए नए वस्त्र, मुकुट, आभूषणों की खरीदारी करता नजर आया। दुकानदारों ने भी आकर्षक ढंग से उक्त सामग्री सजा रखी है। कृष्ण बाल लीलाओं की सुंदर झांकी सजाने में लोग जुटे हैं। राधा कृष्ण मंदिर में भक्त व पुजारीगण भगवान के जन्मोत्सव की तैयारियां को अन्तिम रूप देने में लगे है । भगवान के लिए नए वस्त्र मंगवाए गए हैं। मंदिर परिसर में झालर आदि की व्यवस्था की गई है। इधर वरीय समाजसेवी संजीव मिश्रा एवम समाजसेविका कविता मिश्रा ने भी छातापुर विधानसभा क्षेत्र के कई मंदिरों के तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति का श्रेष्ठतम पर्व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सोमवार को है। द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को रोहणी नक्षत्र में रात्रि 12 बजे हुआ था। यह पावन योग सोमवार को रात्रि 12 बजे पड़ रहा है। 26 अगस्त को रात्रि नौ बजकर 10 मिनट पर भगवान के जन्म का नक्षत्र रोहणी प्रवेश करेगा। घरों में 9 बजकर 15 मिनट से 12 बजे के मध्य भगवान जन्मोत्सव का पूजन किया जाएगा। कविता मिश्रा भजन गुनगुनाते हुए कहती है कि
“कृष्ण यौ कन्हैया अहाॅ॑
कोना के बिसरि गेलौं,
अहाॅ॑ बिना गोकुला उदास यौ
कन्हैया जी”।