मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं परिषदीय विद्यालय

सचित्र–


नित्यानंद सिंह, दैनिक समाज जागरण

बैरिया (बलिया) : स्थानीय तहसील क्षेत्र के बिल्कुल पिछड़ा इलाका उत्तरी दियरांचल क्षेत्र का एक गांव गोपाल नगर है जहां सरकारी परिषद विद्यालय न हो तो बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पाती लेकिन यहां मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है। शासन की मंशा के अनुरूप गुणवत्ता के साथ 18 पैरामीटर के अनुसार फर्श पर टाइल्स, विद्यालय का विद्युतीकरण, दिव्यांगों का सुलभ शौचालय, मल्टीपल हैंडवाश यूनिट योजना, बच्चों को बैठने के लिए बेंच, शौचालय मंत्रालय में पानी आपूर्ति, दिव्यांग शौचालय आदि सुविधाओं से प्राथमिक विद्यालय गोपाल नगर नम्बर एक बस्ती के लोग वंचित हैं।
यहां के ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में बच्चों को बैठने की सुविधा पानी पीने की सुविधा व बिजली की व्यवस्था, विकलांग शौचालय नहीं है। विद्यालय का चार दिवारी बिल्कुल कम एव विद्यालय में गेट न होने से कभी भी जानवर गाय, भैंस,आवारा कुत्ते विद्यालय में घुस जाते हैं जिससे बच्चों को खतरा रहता है। कुछ अराजक तत्वों द्वारा बच्चों को खेलने की सामग्री भी चोरी हो गई थी।


*ग्राम प्रधान के घर से बच्चों का मिड डे मील का होता है संचालन*

गोपाल नगर परिषद विद्यालयों का बच्चों का मिड डे मील कोटेदार के यहां से ग्राम प्रधान के घर पहुंचता है 10 किलो 20 किलो 1बोरी जैसे जरूरत पड़ती है प्रधानाचार्य द्वारा फोन करने पर प्रधान के यहां से विद्यालय में आता है कभी-कभी साधन ना होने से बच्चे भूखे रह जाते हैं। जबकि शासन का मनसा है कि विद्यालय का राशन कोटेदार के यहां से सीधे प्रधानाचार्य से रिसीव करा कर परिषद विद्यालय में होना चाहिए उसका लेखा-जखा प्रधानाचार्य के पास रहेगा।

*कायाकल्प का कोई कार्य नहीं हुआ*

प्रभारी प्रधानाचार्य हरिकेश सरोज ने बताएं कि विद्यालय में काया कल्प योजना के द्वारा कोई भी कार्य नहीं हुआ है। इसकी शिकायत ग्राम प्रधान, सचिव, बीआरसी, जिलाधकारी को पत्र के माध्यम से बताया गया है। लेकिन अभी तक इसका कोई कार्य नहीं हुआ बच्चों को मजबूरी में जमीन पर बैठ जाना पड़ रहा है। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है।

*योजना के तहत नहीं मिला अभी बजट*

ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गोपाल अभिमन्यु यादव द्वारा बताया गया कि किसी भी योजना के तहत अभी गांव में बजट नहीं मिला है इसीलिए विद्यालय में कोई कार्य नहीं हो रहा है मिड डे मील पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि यह बात फोन पर बताने वाली नहीं है कि क्यों घर से संचालन होता है कहीं मिल कर बात होगी।

*बच्चों का मीड डे मिल स्कूल में ही*

खंड शिक्षा अधिकारी रेवती द्वारा बताया गया कि बच्चों का मिड डे मील विद्यालय में ही रहना चाहिए यह प्रधान बताएंगे कि क्यों अपने घर रखते हैं ऐसे में इसको पता करा रहा हूं कि इस तरीके से क्यों हो रहा है।