मुक्तिधाम से अब तक नही मिल सका किसी को मुक्ती।

बिजुरी।
कोतमा विकासखण्ड अन्तर्गत ग्राम पंचायत भाठाडांड़ के ग्राम क्योटर में शासन द्वारा लाखों रुपए खर्च कर मुक्ती धाम का निर्माण कराया गया है। इस आशय से कि ग्राम पंचायत अन्तर्गत किसी भी व्यक्ति विशेष कि प्रकृति या आकस्मिक मौत होने पर उक्त मृतक का अंतिम संस्कार बिना किसी अड़चन‌ के पूर्ण रीति-रिवाज से सम्पन्न हो सके। किन्तु दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि शासन कि यह मंशा ग्राम पंचायत भाठाडांड़ में अपूर्ण स्थिती ही बयां कर रही है।

मुक्तीधाम चढ़ गया भृष्टाचार का भेंट-

भाठाडांड़ पंचायत स्थित क्योंटार वासियों कि मानें तो, मुक्तिधाम निर्माण कार्य में ग्रामपंचायत के जिम्मेदारों के लापरवाहियों के कारण ठेकेदार द्वारा इसमें जमकर भ्रष्टाचार किया गया है।
नतीजतन स्थिति यह है कि इस मुक्तिधाम में दरवाजा गायब है, जिसे लकडी़ का फटका बनाकर पूर्ण रूपेण बंद कर दिया गया है। जिससे मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए ग्रामीणों को दूसरा स्थान चुनना पड़ता है। वहीं मुक्तीधाम में बने शांति घर का पूरा छज्जा गायब करवा दिया गया है।
जो किसी खण्डरनुमा आकार में तब्दील होने लगा है।

पूरा भुगतान होने के बाद भी ठेकेदार ने पंचायत को नही सौंपा मुक्तीधाम-

मुक्तीधाम कि बदहाल स्थिती के संदर्भ में ग्राम पंचायत के सरपंच से जब बात करने का प्रयास किया गया तो। सरपंच द्वारा बताया गया कि मुक्तीधाम बनाने के बाद ठेकेदार द्वारा अभी तक ग्राम पंचायत के सुपुर्द नही किया गया है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि मुक्तीधाम निर्माण कार्य का पूरा भुगतान शासन द्वारा कर दिए जाने के बाद भी ठेकेदार द्वारा उक्त मुक्तिधाम को ग्राम पंचायत के सुपुर्द आखिरकार क्यूं नही किया जा रहा है।

जिम्मेदार प्रशासन को लेना चाहिए संज्ञान-

ग्राम पंचायत में मुक्तीधाम निर्माण कार्य आधा अधूरी स्थिती में पडे़ होने पश्चात भी उक्त मुक्तीधाम का पूरा भुगतान शासन द्वारा कर दिए जाने बाद भी ठेकेदार द्वारा मुक्तीधाम कि सुपुर्दगी ग्राम पंचायत को नही सौंपे जाने से मुक्तीधाम का अस्तित्व पंचायत में नही होने के समान रह गया है। जिस पर प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को संज्ञान लेने कि आवश्यक्ता है। ताकि उक्त मुक्तिधाम का निर्माण जिस आशय से शासन द्वारा कराया गया है। भविष्य में उसकी उपयोगिता हो सके।