बोकारो इस्पात संयंत्र के कोक-ओवन एवं कोक- केमिकल्स विभाग के मजदूरों ने 7 मार्च को क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ द्वारा मजदूरो के लंबित मांगों के समर्थन में आहुत चक्काजाम के पक्ष में मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर विशाल आक्रोश प्रदर्शन किया।प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संघ के महामन्त्री सह-सदस्य एनजेसीएस श्री राजेंद्र सिंह कहा कि प्रबंधन के कथनी और करनी मे आसमान जमीन का फर्क है।हर वार्ता मे इन्होंने वचन दिया था कि मेडिकल चेकअप की खामियों को दूर करेंगे।
मगर आज महीनो बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ बल्कि स्थिति और बदत्तर हो गई है।सैकड़ो मजदूर कार्य से बाहर है।सुध लेने वाला कोई नहीं है।स्किल्ड मजदूर जो ESIC से बाहर हो चुके हैं, अपने और अपने परिवार के ईलाज के लिये दर दर भटक रहे हैं। अधिकिरी मस्त हैं, मजदूर मरे तो मरे।इनकी नीति तो देखिये एक तरफ ये A.W.A. को वेज का भाग नहीं मानकर A.W.A.का पी. एफ. नहीं काटते हैं,मगर दूसरी और ESIC मे A.W.A को वेज का भाग बतलाती है ताकि इन्हें ईलाज से वंचित रख सके । मतलब हर तरफ से शोषण सिर्फ शोषण इनकी एकमात्र नीति है।सुरक्षा की बात हीं मत कीजिए। बस राम भरोसे चल रहा है।दुर्घटना आये दिन हो रही हैं, अधिकारी लीपापोती में व्यस्त हैं।
परमानेन्ट मजदूरों का भी यही हाल है।एरियर,इंसेंटिव रिवार्ड डकार कर उत्पादन का श्रेय लेकर खुद अपनी पीठ थपथपा रहें हैं, दारू पार्टी जोरो पर है मगर उत्पादन करने वाले मज़दूर के हाथ खाली हैं।कोर्ट पैन्ट वाले मस्त हैं।अब बहुत हुआ,कोरे आश्वासन से काम नहीं चलेगा।हम संघर्ष से भी अधिकार लेना बखूबी जानते हैं। ‘ याचना नहीं अब रण होगा, संघर्ष हीं समाधान लायेगा’। 07 मार्च को कोक-ओवन और ब्लास्ट फर्नेस का चक्काजाम रहेगा।
अन्त में श्री सिंह ने मजदूरो से अपील करते हुए कहा दलालो को लगा दिया गया है,हमारी एकता को तोड़ने की हर साजिश होगी, मगर एक बार फिर हमारी एकता हमारी विजय का मार्ग प्रशस्त करेगी। 07 तारीख को मजदूर आन्दोलन में हमेशा याद किया जायेगा।प्रदर्शन को श्री सिंह के अलावे आर के सिंह, शशिभूषण, जुम्मन खान, हरेराम, नागेंद्र कुमार, अमित यादव, सिराज अहमद, टुनटुन सिंह आदि ने संबोधित किया।