पूज्य माता जी की आत्मिक शांति के लिए स्वास्थ्य जांच का निशुल्क शिवर लगवाया।

प्रमुख समाज सेवी और एसएएस फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष शक्ति बक्शी जी ने अपनी पूज्य माता जी स्वर्गीय श्रीमती सरोज बक्शी जी की आत्मिक शांति के लिए अपना घर आश्रम सेक्टर 34 में प्रभु जनों की स्वास्थ्य जांच का निशुल्क शिवर लगवाया।
इस दौरान डॉक्टरों की टीम ने अपना घर आश्रम में रह रहे प्रभु जनों का हॉट, बीपी, शुगर और अन्य कई बीमारियों की जांच की। इसके साथ ही समाजसेवी शक्ति बक्शी जी ने श्रीजी गौ सदन, सेक्टर-94 नोएडा, की गौशाला में गाय अंगीकरण (काऊ एडॉप्शन) की सेवा भी ली।

एसएएस फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष और प्रमुख समाजसेवी शक्ति बक्शी जी ने कहा कि, उन्हें हमेशा से ही अपने माता-पिता से ऐसे संस्कार मिले जिसकी, वजह से समाज में ठुकराए गए लोगों के प्रति उनकी सेवा भावना निरंतर बढ़ती रही। इतना ही नहीं माता रूपी माने जाने वाली और सबको अपने दूध से अमृत पान कराने वाली गौ माता के प्रति उनकी माता जी का विशेष प्रेम रहा। अपनी माता जी की इसी सेवा भावना की वजह से शक्ति बक्शी जी ने श्रीजी गौ सदन, सेक्टर- 94, नोएडा की गौशाला में एक गाय का आंगीकरण यानी काऊ एडॉप्शन किया। अपने माता-पिता से मिले इन्हीं अच्छे संस्कारों की वजह से उनके मन में बेसहारा लोगों और गाय माता की सेवा करने की इच्छा हुई। इसलिए उन्होंने अपना घर आश्रम में प्रभु जनों और गाय माता की सेवा करने का बीड़ा उठाया। समाजसेवी शक्ति भक्ति जी ने यह भी कहा कि, अपना घर आश्रम ऐसा कार्य कर रहा है जिसकी समाज सुधार में सबसे अधिक जरूरत है। यही वजह रही कि उन्होंने अपनी स्वर्गीय माता जी श्रीमती सरोज बक्शी जी की याद में अपना घर आश्रम में रह रहे प्रभुजनों जिनको की उनके ही अपनों ने ठुकरा दिया है एक छोटी सी सेवा करने का मौका दिया।
श्रीजी गौ सदन के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि, प्रभु जनों की ऐसे ही समाज में सड़कों पर छोड़ देने वाली माता रूपी गाय की श्रीजी गौ सदन जिस नि:स्वार्थ भाव से देखभाल करता है वह हम सबके लिए प्रेरणा दायक है। श्रीजी गौ सदन में शक्ति बक्शी जी के प्रतिनिधि के रूप में प्रमुख समाजसेवी राजीव गोयल जी ने गाय माता का अंगीकरण किया। वहीं अपना घर आश्रम में प्रभुजनों की स्वास्थ्य जांच के लिए लगाए गए स्वास्थ्य शिविर में प्रमुख समाजसेवी राजीव गोयल , सुरेंद्र वशिष्ठ, सुधीर पोरवाल, विपिन सूरी, विष्णु गोयल और अपना घर आश्रम के समस्त पदाधिकारी मौजूद रहे।