श्रीमद् भागवत कथा महा ज्ञान यज्ञ का आज पांचवे दिन हुआ भव्य आयोजन


समाज जागरण मनोज कुमार साह
गोड्डा आज पांचवें दिन मंगलवार दिन को महागामा प्रखंड अंतर्गत खदहरामाल शिव मंदिर प्रांगण मैं श्रीमद् भागवत कथा महा ज्ञान यज्ञ को लेकर वृंदावन से आएकथावाचक संत भगवत शरण जी महाराज ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा महा ज्ञान यज्ञ में श्री कृष्ण और पूतनाके बारे में पूर्ण विवरण कर बताया महाराज जी ने बताया कि गीता के अनुसार व्यक्ति को कभी भी अपने कर्मों पर संदेह नहीं करना चाहिए गीता में श्री कृष्ण कहते हैं मनुष्य को किसी भी वस्तु के प्रति अत्यधिक लगाव नहीं रखना चाहिए अत्यधिक लगाव से व्यक्ति में क्रोध और दुख का भाव उत्पन्न होता है इसलिए मनुष्य को अत्यधिक लगाव से बचना चाहिए श्री कृष्ण के अनुसार किसी भी कार्य में सफलता करने के लिए अपने भीतर छिपे डर को खत्म करना चाहिए यही सीख देते हुए श्री कृष्ण ने अर्जुन को निडर होकर युद्ध करो और युद्ध में तुम मारे गए तो स्वर्ग मिलेगा और जीत गए तो धरती पर राज मिलेगा इस तरह का वर्णन कर बताएं महाराज जी ने बांग्ला भाषा में भी भोजपुरी भाषा में भी कई तरह का वर्णन कर बताएं महाराज जी ने श्रद्धालुओं को भक्ति पान रस करा रहे थे जिसमें श्रद्धालु कथा सुनकर पूरा भक्ति में झूम रहे थे सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी यजमान के तौर पर पुतुल देवी धर्मवीर शाह सरवन जयसवाल एवं उनकी पत्नी एवं इस कार्यक्रम में सूरज जायसवाल उदय भगत ऋषि जयसवाल शंकर भगत मंटू जायसवाल आदि कई लोग शामिल थे