स्मृति दिवस पर याद किए गए वाई-फाई के जनक निकोला टेस्ला


संचार क्रांति के इस युग में वाई-फाई हम लोगों की जरूरत बन गई है। इसने लोगों की जिंदगी को बहुत आसान बना दिया है। इससे हम कंप्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट, मोबाइल, प्रिंटर इत्यादि को काफी आसानी से चला रहे हैं। वाई-फाई के जनक के रूप में अमेरिकी – सर्वियाई आविष्कारक निकोला टेस्ला को याद किया जाता है। उनकी 80वीं पुण्यतिथि पर रविवार को राजकीयकृत उर्दू मध्य विद्यालय नरकटघाट, गुलजारबाग, पटना में विज्ञान शिक्षक सूर्य कान्त गुप्ता के द्वारा स्मृति दिवस मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक एस इब्तेशाम हुसैन काशिफ ने किया। उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पण कर उपस्थित शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने उन्हें नमन किया।
स्मृति दिवस पर श्री गुप्ता ने छात्र-छात्राओं को वर्ग – 6 की विज्ञान के अध्याय – 14 के पाठ ‘बल्ब जलाओ जगमग जगमग’, वर्ग – 7 की विज्ञान के अध्याय – 10 के पाठ ‘विद्युत धारा और इसके प्रभाव की इकाई’ तथा वर्ग – 8 की विज्ञान के पुस्तक के अध्याय -10 के पाठ ‘विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव’ से निकोला टेस्ला को जोड़ते हुए वाई-फाई के आविष्कार, वाई-फाई की क्रियाविधि, दैनिक जीवन में इसके उपयोग तथा खतरे के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि वाई-फाई ने संचार में क्रांति ला दी। इसके अलावे निकोला टेस्ला का ए .सी. करंट, टेस्ला वेव्स, बिजली से चलने वाली मोटर, रोबोटिक्स, रिमोट कंट्रोल, राडार के अविष्कार में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनके सम्मान में चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता की इकाई या मात्रक उनके नाम पर ‘टेस्ला’ रखा गया है।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक मो. सरफुद्दीन नूरी, शिक्षिका विद्या झा एवं अजीज फातिमा सहित छात्र-छात्राएं सना परवीन, जोया नाज, आशिया परवीन, रेहाना परवीन, मो. सैफ अंसारी, आयशा परवीन, जाहिदा परवीन, मन्तशा परवीन, किफा खातून, मो. रिजवान हुसैन की भूमिका अतिमहत्वपूर्ण रही।