नहाए खाए के साथ प्रारंभ हुई बिहार और यूपी का महान पर्व – छठ.

दामोदर के घाट पर उमड़ी हजारों श्रद्धालुओं की भीड़.

राजेंद्र मिश्र, ब्यूरोचीफ दैनिक समाज जागरण,उत्तरी छोटा नागपुर प्रमंडल झारखंड प्रदेश।

धनबाद (झारखंड) 17 नवंबर 2023 :- कहीं गंगा स्नान तो कहीं दामोदर एवं अन्य नदियों में स्नान कर आज से बिहार और यूपी की महान पर्व छठ- व्रत का प्रारंभ हो गया । बताते चलें कि यह पर्व लगातार चार दिनों तक चलती है जिसमें 36 घंटो का बिना अन-जल का निराहार उपवास होता है ।
लोक परंपरा के अनुसार आज स्नान कर पीतल के बर्तन में लकड़ी के आग पर कद्दू की सब्जी ,चने का दाल और अरवा चावल के भात का प्रसाद बनाया जाता है , व्रत करने वाली महिला एवं पुरुष बाये गये खाना को ईश्वर को अर्पण कर प्रसाद ग्रहण करते है और उसी प्रसाद को वितरण भी करवाया जाता है । इसी के साथ अगले तीन दिनों तक चलने वाला सूर्य उपासना एवं लोक आस्था का पर्व छठ का व्रत आज से प्रारंभ हो गया ।

छठ व्रत मात्र एक त्यौहार नहीं बल्कि लोगों के दिलों में बिहार और यूपी से जुड़ा हुआ एक एहसास है।

रोजगार की तलाश में बिहार यूपी तथा झारखंड से लोग दिल्ली , मुंबई हरियाणा एवं भारत के कई इलाकों में चले जाते हैं उन लोगों के लिए छठ सिर्फ एक त्यौहार नहीं उनके दिलों में बसी हुई एक एहसास , एक उत्सुकता , एक भावना है जो उसके गांव की मिट्टी , गंगा नदी की पानी और उसकी तालाब की कल -कल छल छल की आवाज से जोड़ती है।
यह छठव्रत , अपनी घर वापसी का एक एहसास है, अपनों से मिलने का, यह एक मौका है। गांव के सड़क -नदी -तालाब- झील- झरने को पुनर्जीवन देने का , यह एक मौका है – विलुप्त हो रहे कंद, मूल ,जड़ इत्यादि को पुनर्जीवन प्रदान करने का मौका है।