मुख्य अभियंता की निष्क्रियता से कॉलोनी में गंदगी का अंबार एवं अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद

आर एस पांडे
चचाई। जिले के अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई के कॉलोनी मैं निवास करने वाले लॉग इन दोनों गंदगी के कारण परेशान हैं स्वच्छता के प्रति मंडल प्रशासन पूरी तरह निरंकुश हो गया है जिसके कारण कॉलोनी के वसींदों को नारकीय जीवन जीने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसके अलावा मंडल की भूमि पर अतिक्रमण बढ़ते जा रहा है और मंडल प्रशासन अतिक्रमण पर रोक लगाने में पूरी तरह अक्षम साबित हो रहा है बताया जाता है कि पावर प्लांट के मुख्य अभियंता की निष्क्रियता से पूरे कॉलोनी में अवस्था का आलम हो गया है। ऐसा भी नहीं है कि मुख्य अभियंता कॉलोनी की असलियत से वाकिफ नहीं है वह बाजार क्षेत्र एवं कॉलोनी में भ्रमण भी करते हैं लेकिन यह समझ से परे है कि उन्हें अतिक्रमण एवं गंदगी दिखाई क्यों नहीं पड़ रहा है। पूर्व में पदस्थ मुख्य अभियंता ने बाजार क्षेत्र को सुव्यवस्थित करने के लिए ठोस पहल की थी लेकिन वर्तमान समय में बाजार क्षेत्र पूरी तरह अव्यवस्थित हो चुका है। कॉलोनी एवं प्लांट परिसर में गंदगी के निदान के लिए सिविल विभाग द्वारा टेंडर भी जारी किए जाते हैं और ठेकेदार के माध्यम से साफ सफाई का ठेका भी दिया जाता है लेकिन जब ठेकेदार साफ सफाई सही ढंग से नहीं करता है तो उसका बिल किस प्रकार से पास हो जाता है इस और क्या मुख्य अभियंता का ध्यान नहीं जाता की अच्छे ढंग से साफ सफाई न होने के बाद भी सिविल विभाग द्वारा बिल पास कर दिया जाता है। इसके अलावा सिविल विभाग की ही जिम्मेदारी है कि मंडल की भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न हो लेकिन डंके की चोट पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है और मंडल प्रशासन हाथ पैर हाथ भरे बैठा है। पावर प्लांट में कई कर्मचारी किसी न किसी यूनियन से जुड़े हुए हैं और राजनीति की बातों में ही व्यस्त रहते हैं जिस पर भी शीर्ष अधिकारियों का ध्यान नहीं जाता है। चचाई कॉलोनी में कर्मचारी एवं अधिकारियों के बच्चों के मनोरंजन के लिए किसी भी प्रकार की पार्क की व्यवस्था भी नहीं की गई है और यदि है भी तो पार्क में भी गाजर घास फैले हुए हैं। कॉलोनी में मंडल के क्वार्टर में भी अवैध कब्जा हो रहा है और कई क्वार्टर तो बकायदे किराए में चलाए जा रहे हैं। कॉलोनी में निवासरत कई कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कॉलोनी की समुचित व्यवस्था को संचालित करने में मुख्य अभियंता की महिती जिम्मेदारी होती है लेकिन यदि जिम्मेदारी का निर्वहन सही ढंग से नहीं होगा तो अव्यस्था तो होगी ही। इसके अलावा पावर प्लांट में पूरी तरह से विभागीय अधिकारियों द्वारा मनमानी की जाती है और ठेकेदारों या अन्य किसी भी कर्मचारी का यदि काम हो तो अधिकारी एवं बाबू इतने निरंकुश हो गए हैं कि बिना चक्कर लगाए किसी का काम ही नहीं करते हैं। पावर प्लांट में कई विभाग में सदस्य कई अधिकारी वर्षों से पदस्थ है जिनका स्थानांतरण भी नहीं हो पा रहा है और वह भी पूरी तरह निरंकुश हो गए हैं।