वन प्रमंडल धनबाद की लापरवाही ,जाली है तो पेड़ ग़ायब , पेड़ है तो जाली गायब।

समाज जागरण,चंद्र प्रकाश, जिला संवाददाता ,

धनबाद (झारखंड) 05 मार्च 2023 :- धनबाद जिले के अंतर्गत “वन प्रमंडल ” की ओर से बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है ,
देखने से प्रतीत होता है हज़ारों की संख्या मे वृक्षारोपण का कार्य किया गया, परन्तु वन प्रमंडल के अधिकारी यहाँ पर संदेह के घेरे में है , क्योंकि बहुत से जाली सड़क के किनारे खड़े हैं जिसे पेड़ नहीं है, बहुत सारे पेड़ हैं जिनकी सुरक्षा में जाली नहीं है ।ऐसा प्रतीत होता है कि वन विभाग के अधिकारी पर्यावरण के संरक्षण में खानापूर्ति कर रहे हैं। जो उनके दायित्व अधूरे दिखाई देते हैं।

बताते चलें कि जनता के टैक्स से वृक्षारोपण पर लाखो रुपये खर्च किए गए । कहने को तो वृक्षारोपण किया गया , पेड़ लगाये गये है, जाली लगाई गई है ,जाली के ऊपर पेंट किया गया , नंबर डाली गई , और बिल पास हो गया ।

धरातलीय सच्चाई से ऐसा प्रतीत होता है दोबारा ना तो उन वृक्षो मे पानी दिया गया , ना ही खरपतवार की बिनाई की गई , भगवान भरोसे सभी पेड़ों को छोड़ दिया गया ।
बताते चलें कि कुसतौर सीआईएसएफ कैंप दस नंबर से नया धौड़ा मार्ग सड़क के दोनो किनारे कई जालियों के पेड़ दिखते है तो अनगिनत जलियां गिरी पड़ी है , कई जलियां खड़ी तो है पर उसमे पेड़ नहीं दिख रहे है ।
इन पेड़ों को सरकारी खर्च पर लगाया गया और इन्हे संरक्षण एवं देखभाल पर लाखो खर्च किये गये है और जारी हैं ताकि धनबाद जिले के वातावरण को शुद्ध किया जा सके ।

स्वच्छ भारत ,स्वस्थ भारत के मोदी जी के सपने को पूरा किया जा सके , परंतु कुछ अधिकारियों के लापरवाही के कारण जनता एवं भावी पीढ़ी दोनों को इसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है ।

अगर वन प्रमंडल धनबाद के अधिकारी एवं कर्मचारी अपने दायित्वों को सही से पालन करते तो, जितनी संख्या मे वृक्षारोपण की गई थी ,आज धनबाद की सड़कों के दोनों किनारे हरे भरे पेड़ लहरा रहे होते ।