धनपुरी नगरपालिका करा रही करोड़ों के नए कार्य, पुराने हो रहे ध्वस्त
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धनपुरी। मध्य प्रदेश की सबसे अमीर कहीं जाने वाली धनपुरी नगर पालिका को इन दिनों निर्माण और विकास के साथ ही नगर सौंदर्यीकरण का चस्का लगा हुआ है। निर्माण के नाम पर अनियोजित विकास को गति देने में महारत हासिल इस नगर पालिका के कर्णधारों ने कई निर्माण कार्य आरंभ किए हैं जिन्हेंअपने चहते ठेकेदारों के माध्यम से कराया जा रहा है। पुराने निर्माण जो उद्घाटन के पूर्व ही अनुपयोगी रहते हुए ध्वस्त हो गए उनको छोड़कर नए कार्यों को तरजीह दिया जाना पालिका के ओहदेदारों की बुद्धिमता का बखान करता नजर आ रहा है। 10 वर्षों पहले करोड़ों की लागत से बना सर्व सुविधायुक्त इंडोर स्टेडियम आज भले ही जगह-जगह से सीलिंग,प्लास्टर, टूटने लगे,लिफ्ट लगते ही काम करना बंद कर दिया हो लेकिन फिर भी यह इन्डोर स्टेडियम न सिर्फ नगर की शान है बल्कि उस पर पालिका के ओहदेदारों को बड़ा गुमान भी है।
…मगर चुपके चुपके
धनपुरी नगर पालिका द्वारा बुढार- करकटी मार्ग स्थित धनपुरी वार्ड नंबर 2 में वाटर पार्क, स्विमिंग पूल, चेंजिंग रूम, क्लब, शॉपिंग मॉल,पानी स्टोर संप व अन्य निर्माण कार्य हो रहा है। कहा जाता है कि इन्दौर के ठेकेदार के द्वारा निर्माण हो रहा है इन सभी निर्माण कार्यों की लागत 14 करोड़ की लागत से निर्माण कर हो रहा है। सूत्रों की मानें तो नपा के क्षेत्राधिकार वाले छोटे टेंडरों के माध्यम से कार्य कराए जा रहे हैं ताकि ज्यादा शोर भी न हो और काम भी हो जाए। निश्चित ही अन्य नगर पालिकाओं की अपेक्षा धनपुरी नगर पालिका द्वारा जो निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं जिले की अन्य नगर पालिका में इतना विकास देखने को नहीं मिल रहा है। जितना धनपुरी नगर पालिका में दिख रहा है।
इनकी अनदेखी
प्राप्त जानकारी के अनुसार धनपुरी वार्ड नंबर 3 में बस स्टैंड के लिए बायपास मार्ग पुल का निर्माण किया गया था लेकिन बस स्टैण्ड का उद्घाटन नहीं हुआ और वार्ड नंबर 16 में बस स्टैंड बनाने के लिए भूमि पूजन हो गया। धनपुरी नगरवासी दशक भर से शुद्ध पेयजल का सपना देख रहे हैं आज भी नगर पालिका द्वारा वार्डों में शुद्ध पेयजल की सप्लाई व्यवस्था बनाने में पूरी तरह से नाकाम रही है। पिछले 1दशक से नगरवासियों को शुद्ध पेयजल नपा नहीं दे पाई है लगभग 27 करोड़ खर्च होने के बाद भी नगरवासियों को आज भी घरों में दूषित पानी पीने के लिए दिवस है वार्ड वासियों को तरह-तरह की बीमारी से ग्रसित है बीमारी से परेशान हो गए हैं। नगर वासियों को शुद्ध पेयजल का सपना कब पूरा होगा।
परिषद को किया गुमराह
नगर पालिका परिषद की नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के जीतने के बाद नगर पालिका में रखी गई पहले परिषद की बैठक 2022 में नगर पालिका सभागार में नगर पालिका अध्यक्ष सहित 28 वार्डों के पार्षद उपाध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष की उपस्थिति में उपस्थित परिषद में सबसे पहले वार्ड में पानी की अव्यवस्था से शुरू हुई। नेता प्रतिपक्ष के द्वारा उठाए गए 17 करोड़ में पेयजल संबंधित कितना कार्य हुआ कितना बाकी है जिसका जवाब नहीं मिला उसके बाद फिर 10 करोड रुपए पेयजल के लिए और आया यानी 27 करोड रुपए शुद्ध पेयजल के लिए नगर पालिका में आने के बाद 10 वर्षों से लोगों को शुद्ध पेयजल भी नसीब नहीं हुआ है।
आखिर कौन देगा जवाब
परिषद की हर बैठक में पेयजल की बात पार्षदों के द्वारा उठती रही उन्हें आश्वासन दिया जाता रहा की 1-2 माह में सभी वार्डों में पेयजल सप्लाई चालू हो जाएगी लेकिन यह कोरा आश्वासन साबित हुआ। 28 वार्डों में पाइप लाइन का विस्तार किस-किस वार्ड में हुआ है किस वार्ड में बाकी है क्यों बाकी है कब पूरा होगा। कोई बताने को तैयार नहीं।