चांदपुर क्षेत्र के पिलाना और जलालपुर हसना में तीन इंसानों की जान लेने वाला नरभक्षी गुलदार (तेंदुआ) गांव कुलचाना के जंगल में पिंजरे में कैद हो गया। वन विभाग उसे चिड़ियाघर भेजने की तैयारी कर रहा है। उसके दोनों कैनाइन (आगे के दांत) टूटे हुए थे, जिसके कारण वह नरभक्षी बन गया।
मंगलवार को वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए गांव कुलचाना निवासी सुखवीर सिंह के खेत में पिंजरा लगाया था। बुधवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे वन विभाग की टीम जब निरीक्षण करने पहुंची तो गुलदार पिंजरे में बंद मिला। एसडीओ ज्ञान सिंह ने बताया कि गुलदार को चिड़ियाघर भेजने की तैयारी कर रहा हैं। इस पर मंथन चल रहा है।
*बड़े दांत टूट गए, इसलिए बना नरभक्षी*
वन्य जीव विशेषज्ञों का कहना है कि जो गुलदार पकड़ा गया है, उसके दोनों बड़े दांत, जिन्हें कैनाइन भी कहते हैं, वह टूट चुके थे। गुलदार इन दांतों का इस्तेमाल जानवरों को मारने में करता है। ये दांत टूट जाते हैं तो जानवरों का शिकार मुश्किल हो जाता है और जानवर बचकर भाग जाता है। ऐसी स्थिति में ही गुलदार नरभक्षी बन जाता है। इस गुलदार के साथ ही ऐसा ही हुआ होगा।