फारबिसगंज में 4 स्पैन का पुल बहा, 20 साल पहले हुआ था निर्माण,आवाजाही प्रभावित

फारबिसगंज/डा. रूद्र किंकर वर्मा।

परमान नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण फारबिसगंज प्रखंड के अम्हारा पंचायत के वार्ड संख्या-13 स्थित लक्ष्मीनिया धार पर बना 4 स्पैन का पुल बह गया । इस घटना को लेकर ग्रामीणों ने मंगलवार को प्रोटेस्ट किया है।पुल मझुआ पंचायत के गोपालपुर से अमहारा सहित पूर्वी इलाके को जोड़ने का काम करता था।

कब हुआ था पुल का निर्माण

पुल का निर्माण 2004 में ग्रामीण कार्य विकास विभाग की ओर से किया गया था। पुल के बह जाने के कारण फारबिसगंज के पूर्वी इलाकों के 15 से ज्यादा गांव का आवागमन प्रभावित हो गया है। पुल के बहने के कारण अब लोगों को लंबी दूरी तय कर आना जाना पड़ेगा।

जनप्रतिनिधियों और संवेदक की मिलीभगत से घटिया निर्माण

पुल के बहने की जानकारी स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों ने विभाग के आलाधिकारियों को दी। नए पुल का निर्माण कराने की मांग करते हुए क्षतिग्रस्त स्थल पर विभाग और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त क्षतिग्रस्त पुल 8 साल पहले फिर से बनाया गया था। जिसमें जनप्रतिनिधियों और संवेदक की मिलीभगत से घटिया निर्माण कराया गया, जो रविवार को पानी के तेज बहाव में बह गया।
घटनास्थल पर जुटे लोग

मझुआ पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सह राजद के जिला महासचिव मनोज विश्वास, पूर्व सरपंच बैजनाथ पासवान, अम्हारा के पैक्स अध्यक्ष मनोज मंडल आदि ने कहा कि करीब सवा करोड़ की लागत से बना पुल का निर्माण काफी घटिया किस्म से किया गया। वहीं, ग्रामीण विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रवीण कुमार ने बताया कि पुल काफी पुराना था। क्षतिग्रस्त स्थल पर विभाग द्वारा पुल निर्माण किया गया है। वाहन और पैदल चलना वर्जित है। सूचना पट्ट भी लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि विभाग का हेडक्वाटर, पटना को इस पुल का चेक लिस्ट भेजा गया है। 3 माह पहले और 13 जुलाई को भी चेक लिस्ट भेजा जा चुका है। विभाग से आदेश मिलते ही उक्त स्थान पर नया और मजबूत पुल बनाया जाएगा।
डीएम का बयान

अररिया जिला पदाधिकारी इनायत खान ने प्रेस रिलीज कर जानकारी दी है। डीएम ने कहा कि परमान नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण फारबिसगंज प्रखंड के अम्हारा पंचायत के गोपालपुर मझुआ से अम्हारा होकर जाने वाली ग्रामीण सड़क पर बना 20 साल से अधिक पुरानी एक पुल पानी के दवाब के कारण टूटने की सूचना मिली थी। इस पर संबंधित अधिकारियों को जल्द समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

कार्यपालक अभियंता उवाच

इस संबंध में कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, अररिया द्वारा बताया गया है कि 20 साल से अधिक पुरानी पुल 2017 की बाढ़ में क्षतिग्रस्त होने के बाद उक्त स्थल पर विभाग द्वारा एक सूचना पट्ट भी लगाया गया है। इसमें अंकित किया गया है कि पुल क्षतिग्रस्त है। वाहन और पैदल चलना वर्जित है।
उन्होंने बताया कि पुल काफी पुराना था। साल 2021-22 में आरडब्ल्यूडी द्वारा अस्थायी जीर्णोद्धार कार्य भी किया गया था। उन्होंने विभाग को इस पुल का चेक लिस्ट भेजा है। विभाग से आदेश मिलते ही उक्त स्थान पर नया पुल बनाया जाएगा।