74 वें गणतंत्र दिवस की शुभ अवसर पर आजाद भारत की एक छोटे से कस्बा / पंचायत में देश की बदहाल हालात का एक झलक।



आजाद भारत में जब एक छोटे कर्मचारी करोड़ों की सरकारी संपदा की चोरी ,गबन एवं घोटाले के लिए आजाद हैं तो आजाद भारत की हालात क्या होंगे , यह तो सहज ही अनुमान लगाया

बिहार में जनता को आगे आने पर बड़े से बड़े घोटालेबाजों एवं अपराधियों के विरुद्ध.कार्रवाई की वादा करने वाले बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी आखिर चुप क्यों हैं, यह अहम सवाल है।

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिले में “ब्लॉक एवं थाने की बात ही छोड़िए” वरीय प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों का भी अनूठे खेल हैं । अपराधियों को बचाते हैं और निर्दोषों के भेजते हैं जेल यही है भ्रष्टाचार की बचाव में जिला प्रशासन का खेल।

जितना बड़ा लुटेरा ,उतना बड़ा संरक्षण ! आखिर करोड़ों- करोड़ मूल्य के सरकारी संपदा की लूट के लिए जबादेह कौन है और लूटेरे वर्ग को संरक्षण की वजह क्या है ?

दैनिक समाज जागरण , अनिल कुमार मिश्र, प्रभारी मगध प्रमंडल सह ब्यूरो चीफ औरंगाबाद (बिहार) का सर्वैक्षण रिपोर्ट ,

औरंगाबाद (बिहार) 26 जनवरी 2023:- करोड़ों की खाद बीज एवं उत्पादित बीज की चोरी एवं घोटाले का आरोपी कुटुंबा प्रखंड के कृषि समन्वयक सह कृषि फारम.(बीजगुनन प्रक्षेत्र ) कझपा के प्रक्षेत्र प्रभारी आशुतोष कुमार उर्फ टनटन सिंह के बचाव में वर्षो से चल रहा है, घोटाले पर घोटाले , करोड़ों की लूट के बावजूद भी गत वर्ष पुन: लगभग 40 लाख रूपये मूल का धान बीज की चोरी व लूट , मामले की 1 वर्ष में प्रारंभ है जाँच, अभी तक भी.नहीं हो सका है जाँच का कार्य पुर्ण, वरीय पदाधिकारी के पकड़ से बाहर है भ्रष्टाचारी, जनशिकायत के बाबजूद भी गत वर्ष लग भग 40 लाख रूपये मूल्य के धान बीज का हुआ था चोरी, घोटाले व लूट । चोरी व घोटाले के आरोपी का आज भी औरंगाबाद जिले के कृषि फारम कझपा (बीजगुनन प्रक्षेत्र कझपा )पर है कब्जा , हो रहे हैं लगातार बीज उत्पादन के नाम पर खाद बीज एवं सरकारी राशि की घोटाले तथा उत्पादित बीजों की चोरी व घोटाले ,फिर भी अधिकारी मूकदर्शक व तमाशबीन। कृषि फारम कझपा आज भी है लूटेरे वर्ग के अधीन है और लूट हैं जारी।

कृषि फारम.(बीजगुनन प्रक्षेत्र ) कझपा में करोड़ों की लूट गबन व चोरी के संबंध में प्राप्त जन शिकायत एवं जांच के दौरान सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त सूचना से मिल रहे संकेत के अनुसार कृषि फारम कझपा (बीजगुनन प्रक्षेत्र कझपा ) में
करोड़ों रुपए की घोटाले में वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र सिरीस ,औरंगाबाद के वैज्ञानिक, औरंगाबाद जिले के कृषि पदाधिकारी ,अनुमंडल कृषि पदाधिकारी एवं मगध प्रमंड़ल के कृषी विभाग के वरीय पदाधिकारी के संलिप्तता की संकेत मिले हैं , और ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सभी के मिलीभगत एवं इनके.संरक्षण में कृषि फारम कझपा (बीजगुनन प्रक्षेत्र कझपा) में करोड़ों के खाद्य- बीज तथा निर्धारित लक्षय के विरुद्ध बीजों को उत्पादन एवं बिक्री कर करोड़ों रुपए की बीज -खाद एवं उत्पादित बीजों की चोरी /गमन और घोटाला किया गया है ।

बताते चलें कि कृषि फारम कझपा में बीजों के उत्पादन के नाम पर खाद- बीज तथा खेतों की जोताई के नाम पर लाखों -लाख रुपए सरकारी राजस्व की गबन / चोरी/घोटाले हुए हैं तथा निर्धारित लक्षय के विपरीत कृषि फारम कझपा के जमीन पर अनेकों तरह के बीजों का उत्पादन कर उत्पादित बीजों की चोरी /बिक्री व घोटाले किया गया है।
तथ्य चाहे जो भी हो किंतु जांच के नाम पर मामले की टालमटोल यह संकेत दे रहे हैं कि करोड़ों की सरकारी संपत्ति की चोरी,घोटाले में संलिप्त कुटूम्बा प्रखंड़ केत्रकृषि समन्वयक को किसी बड़े घोटालेबाज नेताओं एवं अधिकारियों का बरदहस्त प्राप्त हैं जिसके बदौलत करोड़ों की लूट किया है और आज भी सरकारी संपत्ति को निर्वाधगति से लूटते आ रहे हैं।