भाषाओं में हिंदी रानी तो अंग्रेजी है नौकरानी*

समाज जागरण रंजीत तिवारी
रामेश्वर वाराणसी: हिंदी दिवस के अवसर पर आज संजय मेमोरियल ह्यूमन कालेज केराकत पुर लोहता में एक हिंदी गोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। छात्रों ने हिंदी भाषा की विश्वसनीयता व प्रचार प्रसार आदि विषय पर विस्तृत विचार प्रस्तुत किए।मुख्य अतिथि डॉ राम सुधार सिंह हिंदी साहित्य कार एवं लेखक और संस्था के प्रबंधक शशि कांत सिंह ने साथ में मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर प्रारंभ किया।गोष्ठी में मुख्य अतिथि राम सुधार सिंह ने कहा हिंदी हिन्दुस्तान की राष्ट्रभाषा ही नहीं, बल्कि हम भारतीयों की पहचान भी है। हिंदी का प्रयोग करते हुए हमें गर्व होना चाहिए। प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस सप्ताह को हिंदी पखवाड़ा कहा जाता है। प्रबंधक शशि कांत सिंह ने कहा कि प्राचीनकाल में वैदिक संस्कृति से मनुष्य को मनुष्य बनाने की प्रक्रिया थी, जो आत्मा से संबंध रखती थी। आज हम अपने बच्चों का निर्माण मात्र अर्थ के लिए कर रहे हैं, जिसके कारण युवा पीढ़ी मशीन बन कर रह गई है। कार्यक्रम में छात्राओं ने हिंदी दिवस पर भाषण के साथ साथ हिंदी कवियों के जीवन परिचय के बारे में बताया।कार्यक्रम में मुख्य रूप प्रधानाचार्य डॉ विष्णु प्रकाश, दीपिका दीक्षित,रिंकी,ड्रा अशोक सिंह, अर्चना सिंह, ड्रा निलेश प्रकाश सिंह,अंबिका वर्मा सहित अन्य छात्राएं और शिक्षक उपस्थित रहे।