बिहार: 7 सूत्री मांगो को लेकर किसान नेताओं ने गया के गांधी मैदान में लगाया पंचायत ।

समाज जागरण, नवीन कुमार उपाध्याय जिला संवाददाता,

गया (बिहार) 12 जनवरी 2023:- गया जिले के गांधी मैदान में किसान संघर्ष समिती गया के तत्वावधान में धारणा व प्रदर्शन को किया गया और वक्सर के चौसा मे पुलिस द्वारा किसान परिवार के साथ मारपीट की घटनाओं पर निदा प्रस्ताव को पारित करते हुए प्रदर्शन के माध्यम से रोष व्यक्त किया है। प्रदर्शनकारी किसान नेताओं एवं किसानों ने कहां,कल हमलोग सरकार का पुतला दहन पटना मे करेगे।

किसानो के साथ ऐसी घटना अभद्रता पुर्ण रैवया है जिसे किसान बर्दाश्त नहीं करेगे करेंगे। निन्दा व्यक्त करने के साथ ही आज का एक दिवसीय पंचायत का कार्यक्रम की शुुरुआत किया गया , किसानो की समस्या प्रशासनिक स्तर पर दिन प्रतिदिन जटिल बनते जा रहा है और राजस्व कर्मचारी द्वारा दाखिल खारिज ,डिमांड अलग करने तथा ऑनलाइन आवेदन करने के नाम पर मनमानी ढंग से किसानों से रूपयो का मांग किया जाताहै। जिसे किसान देने मे असमर्थ है ।

मुंह मांगी रिश्वत राशि नहीं देने के कारण किसानो को सरकारी योजना का लाभ से वंचित रखा जाता है और न के बराबर सरकार प्रायोजित योजनाओं का लाभ दिया जाता है। प्रदर्शनकारियों ने समाचार पत्रों के माध्यम
से गया जिले के जिलाधिकारी एवं बिहार सरकार से माँग किया है कि कर्मचारियों की मनमानी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए तथा नजायज रिश्वत की वसूली में जुड़े कर्मचारियों को बर्खास्त करते हुए दूसरे लोगों को जनता की सेवा का मौका दिया जाए, ताकि राजस्व कर्मचारी रूपया वसुलना वंद करें।

धरनार्थियों नें जिलाधिकारी गया से मांग किया है बैंक के अधिकारियों को सरकार के आदेश व दिशा निर्देश को अनुपालन करने का निर्देश दिया जाए और बैंक कर्मियों को स्पष्ट दिशा निर्देश दिया जाए बैंक द्वारा किसानो को कर्ज जमा करने के नाम पर बैंक कर्मी किसानों को परेशान करना बंद करें।

संंगठन अध्यक्ष मन्जय कुमार ने कहा है कि अगर एक भी किसान वैक के परेशानी के वजह से आत्म हत्या करेगे तो संगठन उनके परिवार से वैक मैनेजर पर 302 की मुकदमा करवाएंगे। संगठन के लोग लगातार सरकार से किसानों का कर्ज माफी का मांग कर रहे हैं और संघर्ष करते आ रहे है ।
किसान संघर्ष समिति 2016 से किसानों की मुद्दों एव मांगों के समर्थन में संघर्ष कर रहा है फिर भी लाचार किसानों का बैंक की कर्जा आज तक माफ नही हुआ और उल्टी वैंक वाले कर्मचारी किसान को कर्ज वसुली का दबाव वना रहे है । जिससे कई किसान आत्म हत्या भी कर चुके है ।
किसान मजदूर को केन्द्र और राज्य सरकार मुर्ख वनाने का काम करते आ रहे है और बिहार -सरकार तो सब से ज्यादा किसानो मजदूरो को मूर्ख बनाने का काम क्या है।


शोशील मोदी जव विपक्ष मे था तो उसने कहा की सरकार मे आयेगे तो ,किसानो का कर्ज माफ कर देगे आकर चला भी गया ,लेकिन किसानों का कर्ज माफ नही किया, उसी प्रकार विपक्ष मे तेजस्वी यादव ने चुनाव मे घोषणा किया कि हमारी सरकार आयेगा तो किसानो का कर्ज माफ कर देगे, लेकीन तीन माह से अधिक होने के वाबजूद किसानो के कर्ज पर एक शब्द भी नही वोला है। वही नीतीश कुमार जी आये है तब से यानी 2006से किसानो की सरकारी अनाज मंडी समाप्त कर दिया गया है।सभी सरकारो ने किसानो को 75 वर्षो मे निचोड़ने का काम किया है। कहने का मतलब है कि किसानो का अर्थव्यवस्था को समाप्त करने का पुरा साजिश है,यह साजिश सभी सरकारो ने रचा है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सरकार ने कहा था कि किसानो का 2022 मे आय दुगना कर देगे । लेकिन किसी भी किसान कि आय दुगना नही हुआ।और किसानो के मजाक उड़ाते हुए किसानों को चिढ़ाने के लिए 11लाख करोड रूपया करोवारीयो को माफ कर दिया ।लेकिन किसान की एक फूटी कौडी ऋण माफ नहीं हुआ नही किया , किसानो के फसल का समर्थन मूल्य अन्य राज्यो मे दिया जाता लेकिन बिहार मे फैक्स के माध्यम से अनाज की खरीदारी के कारण विचैलिये की चांदी कट रही है।
किसान नेताओं ने राज्य व केंद्र सरकार से मांग किया है कि किसानो के फसल का लागत मूल्य देने के लिए कानून बनाए । सरकारी मंडी को फिर से चालू करे ।
जिले मे कृषी विधालय की जल्द स्थापना करे ताकि यहा के किसान के बच्चे तकनीकी तरिके से खेती कर सके ।
किसानों ने सरकार से कोयल नहर को जल्द चालु कराने की मांग किया है और सरकार का ध्यान कोयल नहर की ओर आकृष्ट कराते हुए कहा है कि कानों की खेतों में पानी देने के लिए सरकार 1980 से बात बनाते आ रही है । 43 वर्षों में भी कोयल नहर के कार्य पूरा नहीं हो सका बल्कि इसकी हालात और दयनीय हो गए हैं।

मोदी ने कहा था की 2019 तक कोयल नहर काम करने लगेगा लेकिन अभी तक नहर नही चालू हुआ है, किसान लगातार संघर्ष कर रहे है और जवतक कोयल नाहर के पानी किसानों के खेतों तक नहीं पहुंचना चालू हो जाता है तब तक किसान संघर्ष जारी रहेगा।
उपरोक्त सभी मुद्दों पर बात रखने के लिए पंचायत रखा गया है ।वैठक मे जिलाध्यक्ष महेश कुमार दिपु , सिद्धार्थ कुमार सहित संगठन अध्यक्ष मन्जय कुमार उपाध्यक्ष जयन्त कुमार पप्पू, रणधीर कुमार सहित अन्य सदस्य उपस्थित हैं।