दैनिक समाज जागरण
ब्यूरो उमाकांत पौदार
बांका/चांदन: प्रखंड क्षेत्र के उत्तरी बारने पंचायत से एक बड़ी खबर सामने आई है। कहावत है कि सैंया भए कोतवाल तो डर काहे को चाहे कोई भी हो विभाग जब भ्रष्टाचारियों के खिलाफ खबर छपने के बाद अधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हो तो जनता को इंसाफ कहां से मिलेगा।
ताज़ा मामला उतरी बारने पंचायत की है जहां एक टोटो चलाने वाला गरीब परिवार के संतोष साह से बि एल ओ (ब्लांक लेबल ऑफिसर) सह लालपुर विद्यालय के शिक्षक तुलेश्वर यादव ने उनके पत्नी की वोटर आई कार्ड ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का ओटीपी अप्रूव करने के बदले ₹500 की डिमांड कर दिया। लेकिन भोले-भाले टोटो चालक संतोष साह जागरुकता के अभाव में बीएलओ की बात में आकर तीन सौ रुपए देने के बाद बाकी दो रुपए की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने बताया कि डेढ़ माह बीत गया है लेकिन अब तक मेरे पत्नी की वोटर कार्ड बनकर नहीं आया है।
इस बात को लेकर पीडित संतोष साह ने शुक्रवार 17 फरवरी को स्थानीय मीडिया कर्मी को जानकारी देते हुए आप बीती सुनाई। इस बात को लेकर दुरभाष से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुरेश ठाकुर को अवगत कराया कार्रवाई करने की बात कही। जिसकी भनक लगते ही खबर छपने की भय से बीएलओ द्वारा 18 फरवरी की सुबह ही अवैध तरीके से लिए गए तीन रुपए वापस कर दिया। संतोष साह ने बताया कि अक्सर बीएलओ द्वारा कई लोग ठगी का शिकार हो चुके हैं।