सुनील बाजपेई
कानपुर। यहां रामनवमी जुलूस से पहले संवेदनशील रावतपुर की मसवानपुर में डीजे बंद कराए जाने को लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस मुद्दे को लेकर भाजपाइयों ने जमकर हंगामा भी किया और रामनवमी का जुलूस निकालने के लिए पुलिस से माफी मांगने की शर्त भी रखी।
यहां रावतपुर थाना क्षेत्र के मसवानपुर में रामनवमी की तैयारियों के दौरान पुलिस द्वारा लाउडस्पीकर जब्त किए जाने पर हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया। जिसके भी रोड में रामलला मंदिर रोड पर सैकड़ों लोग जमा होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे और सड़क जाम कर दी।
जानकारी के मुताबिक, रामनवमी को लेकर श्रद्धालुओं ने जगह-जगह टेंट और लाउड स्पीकर लगाए थे। इस बीच डीसीपी वेस्ट रावतपुर गांव पहुंच डीजे सिस्टम बंद कराने के निर्देश दिए ,जिसपर पुलिस ने करीब 10 साउंड सिस्टम जब्त कर अपनी गाड़ी में लदवा दिए।
इस पर पूर्व पार्षद और रामलीला कमेटी के संयोजक रामऔतार प्रजापति ने लाउडस्पीकर न ले जाने का निवेदन किया लेकिन डीसीपी नहीं मानी। वह पहले भी डीसीपी शारदा नगर से आठ और रोशन नगर से छह लाउडस्पीकर जब्त कर चुकी थीं।
इस बीच जब यह खबर हिंदू संगठनों तक पहुंची तो बड़ी संख्या में लोग रावतपुर गांव पहुंच गए। देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ हजारों में बदल गई और विरोध-प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया और लोगों ने एलान किया कि जब तक पुलिस पर कार्रवाई नहीं होती, रामनवमी का जुलूस नहीं निकाला जाएगा।
बाद में स्थिति को शांत करने के लिए बिल्हौर विधायक राहुल बच्चा मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। वहीं, एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने कहा कि रामनवमी के आयोजकों को कई दिन पहले ही साउंड सिस्टम के संबंध में हाईकोर्ट के निर्देशों की जानकारी दे दी गई थी। इसके बाद भी डीजे बजाया जा रहा था।