मतदान प्रतिशत बढ़ने में बाधक बन सकती आसमान से बरसती आग, परेशान प्रत्याशी

मतदाताओं से संपर्क में भी बाधक बन रही आसमान से बरसती आग, सैकड़ों बीमार

सुनील बाजपेई
कानपुर। बीते 2 दिनों से आसमान से आग बरस रही है। सूर्य देव द्वारा धरती पर प्रेषित उनकी आग के ये गोले जिस तरह से तापमान को लगातार बढ़ने में सफल है। उससे लोकसभा के लिए शेष बचे मतदान में भारी बाधा भी पहुंच सकती है। मतलब जिस दिन भी जिन लोकसभा क्षेत्र में मतदान होगा। वहां सूर्य देव की तपिश लोगों को घरों में ही बैठने को विवश करके उनके कदम मतदान स्थल की ओर बढ़ने से रोक सकती है ,जिसके फल स्वरुप जिसका भारी प्रभाव कम मतदान के रूप में भी सामने आ सकता है। इसीलिए इन हालातों को लेकर लगभग सभी दलों की प्रत्याशी भी बहुत चिंतित हैं।
इसी के साथ वैशाख में बढ़ता तापमान और गर्म हवा के थपेड़े बच्चों को बीमार बना रहे हैं। वयस्क भी डिहाइड्रेशन की चपेट में आ रहे हैं। अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की कतार लग रही है।
इस बीच मौसम विभाग ने भी गर्म हवा का सितम जारी रहने का अनुमान जताया है। जिसके मुताबिक सूरज के तल्ख तेवरों से परेशान लोगों की परेशानी अब लू बढ़ाएगी। बीते सप्ताह भर में पारा तेजी से बढ़ा है। जिससे डायरिया व डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। लोगों में उल्टी दस्त, सिर दर्द, बेचैनी और घबराहट से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। इलेक्ट्रोलाइट की कमी से पेट दर्द की भी समस्या बढ़ रही है।
जहां तक चल रहे लोकसभा चुनाव का सवाल है। इस चिलचिलाती धूप और लू का असर अब लोकसभा चुनाव में भी दिखने लगा है। आसमान का पारा तो दिन पर दिन चढ़ रहा है, लेकिन चुनाव का पारा मतदाताओं की उपेक्षा की वजह से नहीं चढ़ रहा है। और जिस तरह से भीषण गर्मी अपना प्रभाव दिख रही है, उससे मतदान प्रतिशत कम होने की चपेट में लगभग पूरा उत्तर प्रदेश आ सकता है, जिसको लेकर हर दल का प्रत्याशी चिंतित नजर आ रहा है।