सतबहिनी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ एवम भागवत कथा हवन पूजन एवम भंडारे के साथ समापन

दैनिक समाज जागरण अनील कुमार संवाददाता नबीनगर (औरंगाबाद)

नबीनगर (बिहार) 28 अप्रैल 2024 नबीनगर प्रखंड के कांडी गांव में शनिवार को हवन पूजन एवं भंडारे के साथ सात दिवसीय मां सत बहिनी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ एवं भागवत कथा का समापन हो गया। शनिवार को पूरे विधि विधान से आचार्यों के सानिध्य मे हवन पूजन कराया गया और ब्राह्मणों को दान दक्षिणा देकर विदाई भी किया गया।वही 2:00 बजे दिन से रात्रि 10:00 बजे तक भव्य भंडारे का कार्यक्रम किया गया। वहीं रात्रि 8:00 बजे से कथा व्यास आचार्य चंद्रशेखर उपाध्याय (हरिद्वार)के मुखारविंद से कथा आरंभ किया गया जहां सैकड़ो महिलाएं और पुरुष शामिल होकर कथा श्रवण किया । कथा में आचार्य ने कहा कि स्त्री का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा जहां स्त्री की सम्मान होता है वहां भगवान का वास होता है और जहां स्त्री का अपमान होता है वहां विनाश लीला होती है ।उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा की महाभारत में द्रोपदी का चीरहरण होते पितामह भीष्म भी देखे। यदि वह चाहते तो द्रोपदी का चीर हरण नहीं होता नतीजा ये हुआ कि पितामह के साथ साथ कौरव वंश का विनाश हो गया।वहीं रामायण काल में जटायु की चर्चा करते हुए कहा कि सीता को बचाने के लिए जटायु ने काफी प्रयास किया अंततः व रावण के तलवार से घायल हो गया जिसकी मौत भगवान के गोद में हुई और उसे सद्गति मिला। उन्होने कथा मे कहा कि जिसके साथ कोई नही होता है उसके साथ भगवान होते हैं।कथा मे आचार्य चंद्रशेखर ने कहा कि ब्राह्मणों को कभी भी अपमानित नही करना चाहिए।वही पूरे यज्ञकाल मे मेले जैसी व्यवस्था थी ,मनोरंजन के साधन विभिन्न प्रकार के झूले की व्यवस्था थी जहां बच्चों के साथ साथ महिलाए एवम युवक मेला का आनंद उठाए।वही यज्ञ परिसर सहित पूरे मेला क्षेत्र मे रौशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी।