गांधीजी के त्याग-बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। 

सुभाष जी दैनिक समाज जागरण सहरसा
सहरसा: स्थानीय पटुआहा स्थित ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज के बहुउद्देशीय सभागार में बुधवार को महात्मा गांधी के 155 वीं जयंती समारोह श्रद्धा पूर्वक मनाया गया।इस अवसर पर महाविद्यालय में गांधी जी के शिक्षाशास्त्र पर एक परिचर्चा आयोजित किया गया। इस अवसर पर सर्व प्रथम ईस्ट एन  वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ नागेन्द्र कुमार झा बीएड विभागाध्यक्ष डॉ बसंत कुमार मिश्रा प्राध्यापक प्रमुख डाॅ प्रियंका पांडेय सहित महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने महात्मा गांधी जी के तैलचित्र चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।

वही जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्राचार्य ने कहा कि इस देश को आजाद कराने में गांधी जी के त्याग और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उससे कहीं ज्यादा आजादी के बाद इस देश की शिक्षा व्यवस्था को समाज के सभी वर्गो तक पहुचानें और उसे पुरे देश में लागू करने में गांधी जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि बेसिक कमिशन योजना यानी शिक्षा शास्त्र का मुलमंत्र कहा जाता है। समाज के अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा पहुंचे इसके लिए गांधी ने पढ़ाने की कला और कौशल  शिक्षा शास्त्र गांधी के बीना अधुरा माना जा सकता हैं।उन्होंने कहा कि देश की आजादी और तरक्की में शिक्षक समाज की बहुत बड़ी भुमिका थी आम जनमानस तक पत्र पत्रिका व संदेश एक दूसरे तक  पहुंचाने में शिक्षक का बहुत बड़ा योगदान था।इस मौके पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को याद करते हुए उन्हें विज्ञान के साथ किसान की बात करने वाला सबसे हितकारी नेता बताया।इस अवसर पर बीएड विभागाध्यक्ष ने गांधी के सपनों के भारत के निर्माण में हर घर स्वच्छता मिशन में हर भारतीय के योगदान की जरूरत बताया ताकि भारत वर्ष को देश व दुनिया के सामने स्वच्छ भारत के रूप में इस देश की पहचान बन सके

।प्राध्यापक प्रमुख ने अपने संबोधन में  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बेसिक एजुकेशन पर चर्चा करते हुए शिक्षापरक एजुकेशन पर विशेष जोर दिया।महाविद्यालय के प्राध्यापक सह जनसम्पर्क पदाधिकारी अभय मनोज के संचालन में आयोजित जयंती समारोह व परिचर्चा के अवसर पर बीएड प्रथम के साथ- साथ द्वितीयो वर्ष के छात्राध्यापक व छात्राध्यापिकाओं ने गांधी के शिकार दर्शन पर अपने अपने विचारों को व्यक्त करते वर्धा कमिशन पर प्रकाश डालते हुए गांधी जी के शिक्षा प्रणाली पर विशेष फोकस किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के नोडल अंशु कुमार  गुप्ताु,  रंजय कुमार राजा, उमाशंकर सिंह, संतोष कुमार,  राहुल कौशिक, सुज्वल चौधरी , कुमार मनीष रंजन ने महात्मा गांधी के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा की देश की आजादी में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।

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