गणेश मूर्ति विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा चार युवक उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती

*संवाददाता कछवां (मीरजापुर)*: बड़ी खबर कछवां नगर से है शुक्रवार को भगवान गणेश के मूर्ति विसर्जन देर शाम को हुआ और मूर्ति विसर्जन के लिए पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बगल के मार्ग से दह तक जाना था भगवान की प्रतिमा लदी ट्रैक्टर रात नौ बजे के करीब डीह बाबा के मंदिर के पास पहुंचा था इसी दौरान बिजली विभाग का हाईटेंशन तार  ढीला होने की वजह से नीचे लटक रहा था लटकते तार को हटाने के दौरान उसकी चपेट में आने से चार युवक गंभीर रुप से घायल हो गए। ट्रैक्टर पर करीब दो दर्जन युवक भगवान गणेश की मूर्ति विसर्जन के लिए सवार होकर ले जा रहे थे लटकते तार को देखा तो उसे लोहे के वाइपर जो लकड़ी के बास में बाधकर लिये थे आगे प्लास्टिक लगा था उससे झूलते तार को हटाने लगे इसी दौरान तार वाइपर से सट गया और  ह जोर से तेज चिंगारी के साथ स्पार्क करने लगा वही बिजली का तार भगवान की प्रतिमा से भी छू गया और करंट पूरे  ट्रैक्टर में उतर गया है जिसके वजह से ट्रैक्टर पर सवार सभी युवकों को करंट का झटका लगने लगा करंट का झटका इतना तेज था कि तीन चार यूवको को ट्रैक्टर से नीचे झटक कर फेंक दिया यह देख ट्रैक्टर चालक घबरा गया और अनियंत्रित होकर उसका पर एक्सीलेटर पर दब गया और ट्रैक्टर तेज गति से आगे बढ़ती चली गई ट्रैक्टर का आगे बढ़ना ही ट्रैक्टर पर सवार दो दर्जन युवकों के लिए जीवनदायिनी साबित हो गया और ट्रैक्टर तार जहां झूल रहा था उससे काफी आगे चला गया और सभी बाल बाल बच गए एक युवक बिजली के करंट के कारण गंभीर रूप से चपेट में आया था जिसे कछवां क्रिश्चियन अस्पताल के आईसीयू में उपचार के लिए एडमिट कराया गया उसका नाम मन्नू उमर पुत्र संजय उमर रहा इसके अलावा बिजली करंट की चपेट में आए तीन युवको में किशन रस्तोगी पुत्र मुन्ना रस्तोगी, महेश गुप्ता पुत्र जीउत प्रसाद, शुभम रस्तोगी पुत्र स्वर्गीय त्रिभुवन रस्तोगी रहा घटना की जानकारी पर सैकड़ो की संख्या में लोग अस्पताल पहुंच गए चिकित्सकों ने तत्काल  उपचार किया और सभी सकुशल रहे वहीं लोगों में चर्चा रहा गणेश प्रतिमा विसर्जन को लेकर कछवां थाने पर बैठक हुई थी प्रतिमा विसर्जन के लिए जिस रास्ते से  जाना था उस रास्ते को बिजली की व्यवस्था समेत कोई भी असुविधा देखने के लिए संबंधित विभाग लगाया जाता है पर लापरवाही की बड़ी हद रही क्या इतनी बड़ी लापरवाही पर शासन प्रशासन जागेगा या उसे किसी बड़े हादसे का इंतजार है हालांकि संयोग अच्छा था एक बड़ा हादसा टल गया।