पानी टैंकर के सहारे जीने को मजबूर गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी निवासी, आबादी 10 लाख से अधिक

समाज जागरण डेस्क

उत्तर प्रदेश के आर्थिक राजधानी एवं स्मार्ट सिटी नोएडा से सटे गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी जिसकी आबादी लगभग 10 लाख से अधिक है पानी के आमरण अनशन पर बैठे है और सरकारी महकमा मदमस्त होकर दिवाली के पटाखे छोड़ रहे है। इस कॉलोनी मे रहने वाले ज्यादातर लोग जो नोएडा मे ही नौकरी पेशा से जुड़े हुए है। यह तो पता नही कि उत्तर प्रदेश के कोई सरकारी कर्मचारी इस कॉलोनी मे रहते है या नही लेकिन हालत देखकर तो यही लगता है। कालोनी के लोग गंगाजल वाटर सप्लाई की मांग को लेकर पिछले सात दिनों से आमरण अनशन कर रहे है लेकिन अभी तक योगी सरकार के सरकारी अमला इस पर संज्ञान तक नही लिया है.। पानी के मांग को लेकर कॉलोनीवासियों ने ताली और थाली बजाते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया है

बताते चले कि इस कॉलोनी के ज्यादातर लोगों की दिनचर्या सरकारी टैंकर के ऊपर निर्भर है जिसका कोई समय निश्चित नही है। दूसरी बात यह भी निश्चित नही होता है कि पानी मिलेगा भी या नही। टैंकर पर पानी लेने को लेकर लड़ाई झगड़ा सभी आम बात है। बोरिंग करने का बात करे तो पानी 500 फिट नीचे है, वही सरकारी ने बोरिंग पर रोक लगा रखा है।

अब सवाल उठता है कि किया योगी सरकार के इज ऑफ डूइंग मे आम जनमानस का समस्या का हल करना नही है? अगर है तो दिल्ली के करीब और नोएडा के पास मे बसे इस पूराने कॉलोनी मे लोगों को पानी के लिए भी क्यो तरसना पड़ रहा है। क्या मान लिया जाय कि योगी सरकार को ग्राम और कॉलोनी की वोट नही चाहिए।