दादा-पोते ने महाराष्ट्र में इंटर नेशनल शतरंज प्रतिस्पर्धा में मारी बाजी

शहडोल। संभाग अंतर्गत अनूपपुर और शहडोल जिले की सीमा में रहने वाले प्रतिष्ठित बग्गा परिवार के वरिष्ठ नागरिक सरदार अमरजीत सिंह बग्गा और परिवार की तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे उनके युवा पोते गुरजस बग्गा ने शतरंज प्रतिस्पर्धा में एक साथ अपने जौहर • दिखाते हुए अंचल का नाम रौशन किया है। महाराष्ट्र के अहमदनगर में 6 से 10 नवम्बर तक आयोजित इंटरनेशनल शतरंज प्रतियोगिता में सीनियर सिटिजन और किशोरवय उम्र की अलग-अलग प्रतिस्पर्धाओं में दादा-पोते को सफलता मिली है, साथ ही शहडोल जिला शतरंज संघ के सचिव त्रियंबक वि_ल ने भी इस प्रतिस्पर्धा में जीत के झण्डे गाड़े हैं।

दादा चौथे तो, पोता पांचवी रैंकिंग पर

अहमदनगर महाराष्ट्र में जिला शतरंज संघ अहमदनगर के द्वारा 5 दिवसीय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन 6 से 10 नवम्बर तक किया गया था, जिसमें देश के तमाम प्रांतों के अलावा विदेशों से भी प्रतिभागी पहुंचे थे, विभिन्न कैटेगरी में आयोजित प्रतियोगिता में 252 प्रतिभागियों ने शिरकत की थी, संभाग के वरिष्ठ शतरंज खिलाड़ी सरदार अमरजीत बग्गा ने सीनियर सिटीजन कैटेगिरी में चौथा नंबर और त्रियंबक वि_ल (तोपखानेवाले) को 5 वीं रैंकिंग प्राप्त हुई, वहीं किशोरवय कैटेगिरी में अमरजीत बग्गा के पोते गुरजस बग्गा ने 1500 रेटिंग कैटेगिरी में 70 से 80 प्रतिभागियों में 9 वें नंबर पर रहे।

राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता के लिए गुजरस चयनित सहायक संचालक खेल रईस अहमद ने बताया कि गुजरस सिंह बग्गा सेवन ओसियन पब्लिक स्कूल का चयन शहडोल संभाग से पहली बार शतरंज की राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता के लिए किया गया है। 17 वर्ष आयु वर्ग बालक खेल में शालेय राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगी नर्मदापुरम में 17 से 21 नवंबर तक आयोजित होगी। जिसका प्रीनेशनल कोचिंग कैंप 10 से 14 नवंबर 2024 तक नर्मदापुरम में ही आयोजित होगा। गुजरस सिंह ओपन अंतरराष्ट्रीय स्टार के रैंकिंग प्राप्त खिलाड़ी हैं।

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