जल्‍द खुलने वाली है ग्रेटर नोएडा की क‍िस्‍मत, क्‍या है अमेर‍िका के साथ ‘स‍िस्‍टर स‍िटी’ का समझौता?

नोएडा: ग्रेटर नोएडा जल्द ही अमेरिका के लाउडाउन काउंटी के साथ एक ‘सिस्टर सिटी’ का समझौता कर सकता है. अधिकारियों ने बताया है क‍ि इस समझौते से उनके साथ बड़े पैमाने पर निवेश, शैक्षणिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का रास्ता खुल सकता है. अमेरिका के वर्जीनिया राज्य में और वाशिंगटन डीसी से लगभग 70 किमी दूर लाउडाउन काउंटी के प्रतिनिधियों की एक टीम मंगलवार को ग्रेटर नोएडा में थी.

इस दौरे के दौरान लाउडाउन काउंटी के आर्थिक विकास विभाग के कार्यकारी निदेशक बडी राइजर के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (जीएनआईडीए) के सीईओ एन जी रवि कुमार और अतिरिक्त सीईओ मेधा रूपम से मुलाकात की. जीएनआईडीए ने एक बयान में कहा क‍ि बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने ‘सिस्टर सिटी’ समझौते के लिए कई शर्तों को अंतिम रूप देने को लेकर चर्चा की. जीएनआईडीए ने कहा क‍ि मसौदा समझौते में दोनों पक्षों की ओर से कुछ सुझाव दिए गए हैं, जिसके बाद जल्द ही सरकार से मंजूरी लेकर एक समझौता ज्ञापन बनाया जाएगा. अधिकारियों के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इसके लिए प्रयास कर रहा है. लाउडन काउंटी के साथ ‘सिस्टर सिटी’, या ‘ट्विन सिटी’ के रूप में एक समझौता करने में काफी समय लगा.

क्‍या है स‍िस्‍टर स‍िटी एग्रीमेंट?
उन्होंने कहा कि सिस्टर सिटी एग्रीमेंट (शहरों का जुड़ाव) दो शहरों के बीच शिक्षा, व्यवसाय, संस्कृति, बायोटेक, कृषि, फार्मास्युटिकल, सूचना और प्रौद्योगिकी आदि के सीधे आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करता है. मंगलवार को अपने ग्रेटर नोएडा दौरे के दौरान लाउडाउन काउंटी प्रतिनिधिमंडल को क्षेत्र में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, सड़क बुनियादी ढांचे, मेट्रो कनेक्टिविटी, एक्सप्रेसवे, हरियाली, बड़ी कंपनियों, शैक्षणिक संस्थानों, डेटा सेंटर हब आदि के बारे में बताया गया है. इसमें प्रत‍िन‍िध‍िमंडल को ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक एकीकृत टाउनशिप, एक आगामी मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब के बारे में भी बताया गया. जीएनआईडीए ने कहा कि रेजर ने डेटा सेंटर, शैक्षिक विकास, पर्यावरण आदि क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश की संभावना व्यक्त की है.

सबसे पहला समझौता वाराणसी और काठमांडू के बीच हुआ था
इसमें कहा गया है कि जीएनआईडीए के सीईओ एनजी रवि कुमार ने ‘सिस्टर सिटी’ समझौते को जल्द लागू करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से तेज प्रयासों का आश्वासन दिया है. केंद्र सरकार ने सांस्कृतिक और राजनयिक संबंधों के साथ-साथ व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने के लिए एक कुशल उपकरण के रूप में भागीदार देशों के साथ भारतीय राज्यों और शहरों के बीच ट्विन/स‍िस्‍टर समझौते में लगी हुई है. आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, उत्तर प्रदेश में इस तरह का पहला समझौता वाराणसी और काठमांडू, नेपाल के बीच, उसके बाद 2014 में अयोध्या और जनकपुर, नेपाल के बीच हस्ताक्षरित किया गया था. इससे पता चला कि 2016 में आगरा और चेंगदू, चीन और 2017 में लखनऊ और वेनझोउ, चीन के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे. रिकॉर्ड से पता चलता है कि आगरा ने 2018 में पेट्रा, जॉर्डन के साथ एक और समझौते पर हस्ताक्षर किए।