बिना पर्यावरण विभाग की एनओसी के चल रही अवैध साइडिंग
समाज जागरण
विजय तिवारी
अनूपपुर।जिले के बिजुरी नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 कपिलधारा एसईसीएल आवासीय कॉलोनी के ठीक बगल में कोयले का भंडारण कर अन्यत्र भेजा जाता है। लोडिंग, अनलोडिंग के कारण यार्ड क्षेत्र तथा आवासीय क्षेत्र में 24 घंटे कोयले का प्रदूषण होता रहता है, कोयला के अलावा वही बगल में गिट्टी का भी लोडिंग प्वाइंट है। कोयला और गिट्टी की 24 घंटे भारी वाहनों के जरिए ट्रांसपोर्टिंग होती है। जिससे प्रदूषण इतना ज्यादा रहता है किआम आदमी ठीक से सांस तक नहीं ले पाता, आसपास के क्षेत्र में ट्रांसपोर्टिंग के कारण कोयले की धूल, कण उड़ता रहता है। कपिलधारा में एसईसीएल के करीब 2000 श्रमिक तथा सड़कों के किनारे भी नागरिक निवास करते हैं यार्ड के 20 फिट समीप में एक विद्यालय भी संचालित है। कोल यार्ड से होकर मुख्य सड़क बनी है जिससे आम आदमी तथा स्कूली बच्चे सुबह शाम यही से निकलते हैं। वह भी
प्रदूषण से काफी परेशान है, वार्ड नंबर 7के नागरिक कई वर्षों से इस समस्या से ग्रस्त है लेकिन पर्यावरण विभाग इस मुद्दे पर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। केवल अपना माहवारी शुल्क लेकर जांच का दिखावा कर चले जाते हैं।
प्रदूषण को लेकर नागरिकों में काफी आक्रोश बढ़ता जा रहा है, यदि एक बार इस सड़क से होकर कोई व्यक्ति निकलजाता है तो वह पूरी तरह काला दिखनेलगता है, पर्यावरण विभाग तथा स्थानीयनिकाय को कई बार प्रदूषण की रोकथाम
के लिए शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आम नागरिक प्रदूषण से काफी परेशान है कोयले के प्रदूषण से कई बीमारियां हो रही है।फिर भी इस मामले में कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, साइडिंग प्रबंधन द्वारा नियमित रूप से पानी का छिड़काव भी नहीं किया जाता नवीन कोल यार्ड के अंदर बाहर एक भी प्लांटेशन नहीं लगाए गए और ना ही स्प्रिंकलर का प्रयोग किया जाता है, जबकि एनजीटी भोपाल का सख्त निर्देश है कि यार्ड के चारों तरफ प्लांटेशन, स्पिंकलर, लगाकर 24 घंटे पानी का छिड़काव कर प्रदूषण को पूरी तरह बंद करने दिशा निर्देश दिए गए थे, लेकिन प्रबंधन द्वारा किसी आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। पर्यावरण विभाग की बिना एनओसी के कोयला भंडारण का यार्ड बना दिया गया। पर्यावरण विभाग के अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। प्रशासन भी नियमों की अनदेखी कर निजी साइडिंग प्रबंधन को सपोर्ट कर रहे है। आम जनजीवन से कोई लेना देना नहीं है नियमों का पालन करवाने में अधिकारी नाकाम है।
कपिलधारा कॉलोनी के निवासियों ने पर्यावरण विभाग, जिला कलेक्टर को कई बार प्रदूषण की रोकथाम के लिए शिकायत की गई, लेकिन विभाग द्वारा शिकायतों को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। कपिलधारा के निवासियों ने कहा है कि एक सप्ताह के अंदर यार्ड के अंदर में स्प्रिंकलर तथा सड़कों पर नियमित पानी का छिड़काव नहीं किया गया तो विशाल जन आंदोलन किया जाएगा।