जब नेहरू, इंदिरा जी के कहने पर अटल जी ने नहीं छोड़ी पार्टी तो मैं कैसे छोड़ दूं ,,,,बोले अनूप मिश्रा



भोपाल। भाजपा के दिग्गज वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने कहा है कि हां मैंने दक्षिण से टिकट मांगा है और पार्टी आलाकमान की इच्छा अनुरूप् 200 पार सीटों में भी अपना योगदान देने के लिये दक्षिण से जीत की गारंटी के साथ टिकट मांगना कोई गुनाह नहीं है। मैंने दक्षिण में घर-घर, गली-गली पार्टी का काम भी किया है। अनूप मिश्रा ने यह भी कहा कि हां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह द्वारा मुझे कांग्रेस का आफर दिये जाने की जानकारी मेरे संज्ञान में हैं। अनूप मिश्रा ने कहा कि हालांकि मैंने इस संदर्भ में कतई सोचा भी नहीं हैं। अनूप मिश्रा ने स्पष्ट कहा कि कांग्रेस का आफर मेरे संज्ञान में हैं, लेकिन मैं स्पष्ट बता दूं कि पार्टी को छोड़ना या धोखा देना हमारे खून में नहीं हैं। मेरे मामा श्रद्धेय पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी तक ने कभी पार्टी नहीं छोड़ी। जबकि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. जवाहर लाल नेहरू और स्व. इंदिरा गांधी भी चाहते थे कि अटलजी कांग्रेस में आ जाए, अनूप मिश्रा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह मेरे पारिवारिक व व्यक्तिगत मित्र है वह मेरी क्षमताओं से वाकिफ है, हमने साथ-साथ राजनीति भी की हैं, वह भी सरकार बनाने के लिये अपने दल के विधायक बढ़ाना चाहते हैं इसीलिये उन्होंचे ऐसा सोचा होगा मैं उनका अपने प्रति इस मान के लिये आभारी हूं। लेकिन मैं यह बता देना चाहता हूं कि हमारे उनसे मनभेद भी नहीं है वैचारिक मतभेद हो सकते हैं मैं तो भाजपा का सिपाही हूं भाजपा में ही रहूंगा।
भाजपा नेता अनूप मिश्रा ने कहा कि वह बीते दिवस भोपाल में प्रदेशाध्यक्ष व्ही.डी. शर्मा से भी मिले थे और अपनी बात भी रखी थी कि मैं दक्षिण से तैयारी कर रहा हूं और दक्षिण से चुनाव लड़ना चाहता हूं, जिस पर प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने मुझे आश्वस्त भी किया है और मुझे पूर्ण सहयोग को भी कहा हैं। मिश्रा ने कहा कि मैं भी भाजपा के 200 पार के लक्ष्य में अपना योगदान दे रहा हूं। पार्टी पूरी एकजुटता से लड़ेगी और सब मिलकर इस लक्ष्य को पा लेंगे। भाजपा नेता ने कहा कि वह दक्षिण में अपना सघन जनसंपर्क पिछले कई सालों से कर रहे है, उन्हें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का स्नेह भी प्राप्त हैं।