कार्तिक पूर्णिमा 15 नवम्बर से छः दिवसीय पैदल मैकल पर्वत परिक्रमा प्रारंभ

मां नर्मदा मैकल परिक्रमा समिति भारतवर्ष के तत्वावधान में होगा आयोजन
15 नवंबर से 21 नवंबर तक आयोजित होगी लगभग 70 किलोमीटर मैकल पर्वत की परिक्रमा

अनूपपुर। मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ की सीमा में उपस्थित सतपुड़ा पर्वत श्रेणी का मैकल पर्वत पूर्वी विस्तार है। अनूपपुर जिले के अमरकंटक के मां नर्मदा मैकल परिक्रमा समिति भारतवर्ष , गणेश धुना आश्रम के तत्वावधान में पर्वत राज मैकल अमरकंटक की लगभग 70 किलोमीटर लंबी पैदल परिक्रमा का आयोजन कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर शुक्रवार को गणेश धुना अमरकंटक से प्रारम्भ होने जा रही है। छः दिन की पैदल यात्रा का समापन 21 नवंबर गुरुवार को गणेश धुना अमरकंटक में होगा। अनूपपुर जिले के वरिष्ठ समाज सेवी हनुमान गर्ग ने अमरकंटक मैकल पर्वत परिक्रमा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मां नर्मदा मैकल पर्वत राज परिक्रमा के तैयारी विगत कई दिवस से चल रही है। 15 नवंबर से ऐतिहासिक पर्वत राज मैकल की परिक्रमा की शुरुआत माँ नर्मदा के आशिर्वाद और श्री माँ नर्मदा सीताराम महाराज के नेतृत्व और संत श्री भगवान दास जी महाराज के अगुवाई में किया जा रहा है।

माई की बगिया से शुरू होगी यात्रा

15 नवम्बर शुक्रवार कार्तिक पूर्णिमा को सुबह माई की बगिया अमरकंटक स्थित गणेश धूंना से बाल भोग के साथ होगी तथा उपरोक्त दिवस रात्रि विश्राम भजन संकीर्तन मां नर्मदा के तटवर्ती घाट स्थित ग्राम जगतपुर कंरजिया में होगा। 16 नवंबर को यह यात्रा प्रारंभ होकर जोगी कुंड नर्मदा घाट करंजिया में विश्राम करेगी। तथा 17 नवंबर को यहां से यात्रा प्रारंभ होकर जलेश्वर महादेव तीर्थ में विश्राम भोजन एवं संकीर्तन करेगी। जलेश्वर महादेव तीर्थ से 18 नवंबर को बालभोग के साथ परिक्रमा पुनः प्रारंभ होगी तथा रात्रि विश्राम एवं भोजन पकरिया में होगा। 19 नवंबर को ग्राम पकरिया से यात्रा माई के मंडप तक रहेगी तथा में के मंडप से 20 नवंबर को यात्रा प्रारंभ होकर ग्राम आमाडोब मैं रात्रि विश्राम के लिए रुकेगी। ग्राम आमाडोब से 21 नवंबर की सुबह यात्रा प्रारंभ होकर गणेश धूना अमरकंटक माई की बगिया में परिक्रमा का समापन होगा तथा यहां पर कन्या पूजन कन्या भोजन, हवन पूजन भंडारा आयोजित होगा। अमरकंटक पर्वत परिक्रमा यात्रा के संयोजक महंत भगवान दास जी है जो कि गणेश धुना माही पगी अमरकंटक के मंहत है वही पर यात्रा के संरक्षक 1008 श्री मां नर्मदा सीताराम महाराज जी हैं।

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