नीतीश कुमार के समाधान यात्रा बिहार में अंधेर नगरी चौपट राजा ! टके सेर भाजी टके सेर खाजा !! की कहावत को चरितार्थ कर रहा है -जन क्रंदन ।



बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार धृतराष्ट्र है तो इनके प्रशासनिक अधिकारी महाभारत का शकुनी मामा – सोशल एक्टिविस्ट।

बिहार में बहार बा ! नीतीश कुमार के सरकार बा !! लूट के बावजूद भी सुशासन की सरकार बा !!! -किसान।

समाज जागरण , अनिल कुमार मिश्र प्रभारी, मगध प्रमंडल सह ब्यूरो चीफ, औरंगाबाद (बिहार)

नीतीश कुमार का समाधान जात्रा है या लुटेरे वर्ग के संरक्षक अधिकारियों के कार्यों का समर्थन में सरकार की मुहर । उक्त बातें दैनिक समाज जागरण से रूबरू होते हुए मगध प्रमंडल के सोशल एक्टिविस्ट, न्याय विद, पीड़ित व प्रभावित किसान एवं जनता ,छात्र संगठन के नेता एवं छात्र-छात्राओं ने कही।

सरकार प्रायोजित योजनाओं की बिहार में लूट मजा हुआ है फिर भी योजनाओं की समीक्षा में बिहार -सरकार के माननीय मुखिया , मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खामियां दिखाई नहीं दे रहा है ।
यह सर्वविदित सत्य है कि सरकार प्रायोजित 99 परसेंटेज योजनाओं में लूट मची हुई है जिसका गवाहन योजना स्थल है, फिर भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिखाई नहीं दे रहा है यही कारण है कि बिहार के नेता इन्हें कुर्सी कुमार कहते हैं।
तथ्य चाहे जो भी हो किंतु बिहार में प्रशासनिक मनमानी अंतिम प्रकाष्ठा पर है और पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में आम -आवाम (खासकर मध्यम वर्गीय परिवार किसान मजदूर ) लूटे जा रहे हैं। लुटेरे वर्ग एवं इनके संरक्षक अधिकारियों के विरुद्ध आवाज उठाने वाले पर दमन की कार्रवाई पुलिस करती है और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देती है। समाजसेवियों एवं पत्रकारों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जाते हैं और बंगले में बैठे पुलिस के वरीय अधिकारी भी गलत मुकदमे को सत्य करा दे देतें हैं।
बिहार के सर्वांगीण चाहने वाले विभिन्न लोगों ने अपने प्रतिक्रिया में कहा मुख्यमंत्री द्वारा बिहार के मगध प्रमंडल का गया जिले के इलरा में निरा से बनी तिलकुट का स्वाद चखने से बिहार का विकास नहीं हो जाता है।