नोएडा वेंडिंग जोन : अवैध वेंडर के कारण जोन का किराया निकालना भी मुश्किल : वेंडर

समाज जागरण नोएडा

नोएडा प्राधिकरण के द्वारा व्यवस्थित किये जा रहे वेंडिंग जोन मे वैध वेंडर से ज्यादा अवैध वेंडर है जो प्राधिकरण के सर्किल आफिसर, कर्मचारी और अधिकारी के अलावा टीवीसी मेंबर के जेब भी भर रहे है। जिसके कारण लाइसेंसी वेंडर को अपना खर्चा तो दूर की बात है प्राधिकरण को दिए जाने वाली किराया निकालना भी मुश्किल हो रहा है।

नोएडा सेक्टर 2 वर्क सर्किल 1 तथा जोन संख्या 2 में ठेली लगाने वाले वेंडर श्री हमूमन्त पुत्र श्री पोहपे, कन्ट्रोल संख्या 9758 नें नोएडा प्राधिकरण के कार्यपालक अधिकारी को पत्र लिखकर इस बात की शिकायत की है, इसका प्रतिलिपी प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजा है। उनका कहना है कि प्राधिकरण के द्वारा 2019 में ड्रा निकाला गया और उनको वेंडिंग जोन में कार्य करने के लिए लाइसेंस दिया गया जिसके लिए हर माह 1800 किराया तय की गई। जिसके तहत वेंडर अभी तक प्राधिकरण को 43 हजार 200 रुपये जमा कराया है।

वेंडर नें कहा है कि 10 हजार 800 रुपया मेरे द्वारा जमा नही कराया गया है। जिसके लिए नोएडा प्राधिकरण के कनिष्ठ अभियंता, सुपरवाइजर व अन्य अधीनस्थ अधिकारियों को बताया है। वेंडर ने कहा है कि हम लोगों को लाइसेंस दिया जिसके लिए हम लोग किराया भी देते है। इसके बावजूद जोन और उसके आस-पास में अवैध वेंडर को व्यवस्थित किया गया है जिसके कारण हम लोगों का कारोबार बंद है, किराया निकालना मुश्किल हो रहा है।

प्राधिकरण के मुख्य कार्यापालक अधिकारी से वेंडर ने निवेदन किया है कि वेंडिंग जोन में सिर्फ लाइसेंस प्राप्त वेंडर को ही कार्य करने दिया जाय। अन्यथा हम लोगों को किराया जमा कराना बड़ा मुश्किल होगा। जब सभी लोग वेंडिंग जोन और उसके आस पास ही कार्य करेंगे तो फिर किराया देना और नही देना बराबर है। जल्द से जल्द अवैध वेंडर को जोन से हटाया जाय।

वेंंडर के इस निवेदन पर कितना कार्यवाही होता है या फिर यह लेटर भी रद्दी के टोकरी का हिस्सा बनकर रह जायेगा यह तो आने वाला समय ही बतायेगा लेकिन वेंडर के मसीहा कहने वाले टीबीसी मेंबर आखिर प्राधिकरण के इस रवैया पर चुप क्यो है ? क्या यह नही माना जाना चाहिए कि यह सब मिलीभत से चल रहा है।