प्रसूता की मौत के मामले में, रामा हॉस्पिटल फ्रैक्चर एंड सर्जिकल सेंटर पर परिजनों ने किया हंगामा*

परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग।

ब्यूरो चीफ़/ दैनिक समाज जागरण

सोनभद्र। राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के महिंद्रा एजेंसी के पास हाईवे किनारे स्थित रामा हॉस्पिटल में प्रसव के लिए लाई गई प्रसूता की मौत से हड़कंप मच गया। इससे खफा परिवार के लोगों ने जहां नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की। वहीं, रास्ते से जिला अस्पताल के लिए मोड़ देने पर खासी नाराजगी जताई। मरीज के परिजनों को पूरे रास्ते भर मोटीवेट किया गया लेकिन परिजन अड़े रहे। मसले को लेकर पुलिस से नोंक-झोंक की भी स्थिति बनी। यह मामला रामा हॉस्पिटल से जुड़ा बताया गया है। समाचार दिए जाने तक परिजन वापस उसे लेकर संबंधित अस्पताल पर जाने की बात पर अड़े हुए थे। वहीं राबर्ट्सगंज पुलिस की टीम उन्हें बीच रास्ते में रोक कर, समझा-बुझा कर शव को मोर्चरी में रखने और मामले की तहरीर देने की बात कहते हुए नाराजगी जता रहे परिवार वालों को शांत करने की कोशिश में जुटी हुई थी। बताते हैं कि चोपन थाना क्षेत्र के कोटा गांव निवासी अंजू 20 वर्ष पत्नी अजय को प्रसव के लिए हाईवे किनारे स्थित रामा हॉस्पिटल लाया गया था। परिजनों के मुताबिक वहां सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए बच्चा पैदा कराया गया। इसके बाद अचानक से प्रसूता की हालत काफी खराब हो गई। पति का आरोप है कि मौत हो जाने पर बेहोश होने की बात करते हुए एक निजी एंबुलेंस की व्यवस्था करते हुए उन्हें जबरिया वाराणसी भेजा जाने लगा। जब उसने देखा की पत्नी की नब्ज चल ही नहीं रही है तो वह अकेले होने के कारण किसी तरह एंबुलेंस को अपने घर की तरफ ले गया। आरोप है कि रास्ते में रोक कर उसे एक की डेढ़ लाख की रकम देने की पेशकश की गई। कहा गया कि दी जा रही रकम को लेकर मामले को रफा-दफा कर दो लेकिन वह लोग कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। पति का आरोप है कि वह वापस एंबुलेंस से अपने परिवार के लोगों के साथ राम हॉस्पिटल के लिए लौट रहा था लेकिन जिला अस्पताल के पास सड़क पर पुलिस की तरफ से उन्हें रोक लिया गया और जबरिया एंबुलेंस को पोस्टमार्टम हाउस के लिए मोड़ दिया गया। पोस्टमार्टम हाउस में शव उतारने के लिए कहा जाने लगा तभी परिवार के दूसरे लोग पहुंच गए और उन्होंने इसको लेकर विरोध शुरू कर दिया। इसको लेकर देर तक पुलिस के साथ नोक झोक होती रही। पुलिस के तरफ से किसी भी तरह का प्रदर्शन जाम करने पर कार्रवाई के लिए भी चलाया जाता रहा लेकिन परिवार के लोग संबंधित अस्पताल पर पहुंचने और मामले में कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। पुलिस का कहना था कि परिजन प्रकरण को लेकर तहरीर दे कार्रवाई की जाएगी। वही इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा को भी इसकी जानकारी दिया गया है।

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