स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए टीम ने जताया संतोष, दिया सुधारात्मक सुझाव
अररिया ।
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण सहित मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से अररिया जिले के मुड़बल्ला और बांसबाड़ी एचडब्ल्यूसी (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) का पियर असेसमेंट किया गया। इस असेसमेंट में स्वास्थ्य अधिकारियों की विशेष टीम ने इन दोनों केंद्रों का दौरा किया और वहां प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का मूल्यांकन किया।
इस टीम में डीसीक्यूए डॉ. मधुबाला, अररिया पीएचसी के बीएचएम मो. खतीब, और पीरामल स्वास्थ्य के पीआई राजीव कुमार शामिल थे। पियर असेसमेंट के दौरान टीम ने दोनों स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वच्छता प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण उपायों, उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं, मरीजों के लिए सेवाओं का दस्तावेजीकरण और समुदाय की प्रतिक्रिया की गहन समीक्षा की। इसके साथ ही टीम ने कुछ सुधारात्मक कदमों का सुझाव दिया, ताकि मरीजों को और बेहतर सेवाएं मिल सकें।
कायाकल्प योजना का उद्देश्य और सुधारात्मक सुझाव
डीसीक्यूए डॉ. मधुबाला ने बताया कि कायाकल्प योजना का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता मानकों का पालन करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है। इस योजना के तहत, स्वास्थ्य केंद्रों का समय-समय पर मूल्यांकन किया जाता है, और जो केंद्र मानकों को पूरा करते हैं, उन्हें सम्मानित किया जाता है।
डॉ. मधुबाला ने कहा कि मुड़बल्ला और बांसबाड़ी एचडब्ल्यूसी पर मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सेवा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है और इन दोनों केंद्रों में स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण के मामलों में काफी सुधार हुआ है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है, जिसके लिए पियर असेसमेंट टीम ने आवश्यक सुझाव दिए, ताकि इन केंद्रों का प्रदर्शन और बेहतर हो सके और राज्यस्तरीय प्रमाणीकरण प्राप्त किया जा सके।
चिह्नित कमियों को शीघ्र दूर किया जाएगा
अररिया पीएचसी के स्वास्थ्य प्रबंधक मो. खतीब ने बताया कि पियर असेसमेंट के दौरान जो कमियां चिह्नित की गई हैं, उन्हें शीघ्र ही सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इसके परिणामस्वरूप स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, और इन केंद्रों को कायाकल्प प्रमाणीकरण के लिए मजबूत दावेदार बनाया जा सकेगा।
पीरामल स्वास्थ्य के पीआई राजीव कुमार ने कहा कि कायाकल्प योजना के तहत इन दोनों एचडब्ल्यूसी का प्रमाणीकरण एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा।
यह प्रक्रिया ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार और कायाकल्प प्रमाणीकरण के लिए की जा रही आवश्यक पहल का हिस्सा है, जिससे ग्रामीण आबादी को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।