जयनगर नित्यानन्द झा राजू 06 अगस्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अमृत भारत रेल स्टेशन योजना के तहत देश के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया। नई दिल्ली स्थित रेल भवन से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की उपस्थिति में मोदी ने रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इसी कड़ी में चयनित जयनगर रेलवे स्टेशन पर योजना के शुभारंभ के अवसर पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। शिलान्यास समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री राजनगर भाजपा रामपृत पासवान, खजौली विधायक अरुण शंकर प्रसाद, प्रसिद्ध साहित्यकार डा कमलकान्त झा, स्वतंत्रता सेनानी चन्देश्वर प्रसाद की पत्नी ईश्वरी देवी, जयनगर नपं के मुख्य पार्षद कैलाश पासवान, रेल अभियंता आरके सिंह सहित अन्य थे।
जयनगर रेलवे स्टेशन पर आयोजित अमृत भारत रेल स्टेशन योजना के शिलान्यास समारोह में स्कूली बच्चों द्वारा नृत्य संगीत के कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत प्रस्तुतियों को उपस्थित दर्शकों ने सराहना की।
रविवार दिन के लगभग 11 बजे प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 508 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत रेल स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास का वर्चुअल शिलान्यास किया। इसी कड़ी में उन्होंने जयनगर रेलवे स्टेशन सहित पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर मंडल के 12 स्टेशनों के तहत सकरी और मधुबनी स्टेशनों के पुनर्विकास की भी आधारशिला रखी। जयनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए 17.5 करोड़ रुपये प्राक्कलित किए गए हैं। अपने संबोधन में पीएम ने रेल को भारत की जीवन रेखा बताते हुए रेलवे की आधुनिकीकरण करने के साथ ही विरासत और परंपरा अक्षुण्ण रखने के उद्देश्य से स्टेशनों के विकास की बात बतायी। उन्होंने कहा कि स्टेशनों के सौन्दर्यीकरण के साथ पर्यावरण संरक्षण का भी ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अमृत भारत रेल स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का विकास इस तरह किया जाएगा ताकि एक साथ सभी यातायात साधनों की कनेक्टिविटी हो। पीएम ने अपने संबोधन में एनडीए सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए अपेक्षित सहयोग न करने के लिए विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया।
मौके पर अरविंद तिवारी, ऊधव कुंवर, विजय अग्रवाल, अमरेश झा, धीरेन्द्र झा, प्रमिला पूर्वे, जयनगर चैंबर आफ कामर्स अध्यक्ष अखिलेश्वर सिंह महासचिव अनिल बैरोलिया, कायट अध्यक्ष प्रीतम बैरोलिया, मिथिलांचल चैंबर आफ कामर्स अध्यक्ष शिव शंकर ठाकुर, प्रदीप पासवान, आनन्द पूर्वे, रमेशचन्द्र झा समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।