राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने यूपी पुलिस महानिदेशक से मांगी रिपोर्ट,

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष से की थी एसएसपी मुरादाबाद के विरुद्ध शिकायत, राष्ट्रीय अध्यक्ष की ” Y ” श्रेणि सुरक्षा से खिलवाड़ और आपत्ति जनक टिप्पणी पर का लगाया था आरोप

एसएसपी मुरादाबाद के खिलाफ एक्शन की देश भर में उठी थी माँग

दिल्ली : भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की ” Y ” श्रेणि सुरक्षा से खिलवाड़ और आपत्ति जनक टिप्पणी की शिकायत पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने यूपी पुलिस महानिदेशक से 15 दिसम्बर, 2023 तक एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। गौरतलब है वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुरादाबाद हेमराज मीना की आपत्ति जनक टिप्पणी पर देश भर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पद अधिकारियों में रोष है । देश के सभी प्रदशों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की निंदा की थी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हेमराज मीना के खिलाफ़ तत्काल एक्शन की मांग की है।

जमाल सिद्दीकी ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष से 21 नवंबर, 2023 को की गई शिकायत में लिखा है कि दिनाँक 21 नवम्बर, 2023 को उन्हे रामपुर की मिलक तहसील स्थित भेसोढ़ी शरीफ दरगाह पर उर्स के मौक़े पर रामपुर आना था, राष्ट्रीय अध्यक्ष को “Y” श्रेणि सुरक्षा मिली हुई है। उसके बाद भी मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने सुरक्षा देने से इंकार कर दिया। जबकि उन्हे को डीजीपी उत्तर प्रदेश द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी को सुरक्षा देने का आदेश भी जारी किया गया था।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निजी सहायक ने जब एस.एस.पी मुरादाबाद से बात की तो उन्होंने मुस्लिम समाज के प्रति नफरत भरी भावना दिखाते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष के निजी सहायक से गुस्से में कहा कि ” इन लोगों से लोगों को खतरा है, इनको किस से खतरा हो सकता है” जबिक गाजियाबाद, हापुड़ , अमरोहा , और रामपुर के पुलिस अधीक्षक द्वारा उन्हे सुरक्षा प्रदान की गई।

गौरतलब है 45 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम जनसंख्या वाले ज़िले मुरादाबाद के प्रशानिक (आईपीएस) अधिकारी द्वारा किसी धर्म विशेष के प्रति ऐसी मानसिकता रखना आम जनता की सुरक्षा के लिए कितना बड़ा खतरा पैदा कर सकती है। सवाल यह भी उठता है कि एक भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी से ऐसा व्यवहार कर सकते हैं तो उनके पास आने वाले मुस्लिम समाज के फरियादी उनसे न्याय की कैसे उम्मीद कर सकते हैं। जबकि चंद महीने बाद देश मे लोक सभा चुनाव होने वाले हैं, ये देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नारे ” सबका साथ, सबका विकास सबका विश्वास, के नारे का भी खुला मज़ाक है।