जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय झा का संजीव मिश्रा ने किया मिथिला पाग एवं अंगवस्त्र से सम्मान

नेपाल और भारत के बीच पूर्व के समझौते के तहत नेपाल साइड में बनेगा हाइडैम: संजय झा

पनोरमा नगर स्थित पनोरमा हॉस्पिटल में राज्यसभा सांसद संजय झा से सामाजिक मुद्दों पर हुई बातचीत: संजीव मिश्रा

कोशी नदी पर भीमनगर में बना बैराज काफी पुराना हो गया है। इस जगह पर जल्द ही कोई नया निर्माण होना चाहिए। बैराज का पुनर्निर्माण संभव नहीं हुआ तो नया बैराज भी बन सकता है।

कुछ लोग बड़े चिकित्सीय संस्थान खोलने के लिए बड़े शहरों की ओर भागते हैं। लेकिन पनोरमा ग्रुप ने अपने रूट से जुड़े रहकर यहां बड़े हॉस्पीटल का निर्माण किया है। जिसका सीधा लाभ ग्रामीण इलाके के लोगों को मिल रहा है

पनोरमा नगर छातापुर/डा. रूद्र किंकर।

छातापुर के रामपुर पनोरमा नगर सीएमडी संजीव मिश्रा के पैतृक गाँव पनोरमा हॉस्पिटल में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद, संजय झा के आगमन पर पैनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा ने मिथिला पाग एवं अंगवस्त्र से उनका स्वागत किया। इस दौरान कई सामाजिक मुद्दों पर उनसे देर तक बातचीत हुई।

बता दें कि जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय झा पटना जाने के दौरान छातापुर प्रखंड के रामपुर पंचायत स्थित पैनोरमा हॉस्पिटल परिसर में रुके। पैनोरमा के निदेशक संजीव मिश्रा सहित जदयू के कई नेता और कार्यकताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। मौके पर सांसद श्री झा ने कहा कि कोशी नदी पर भीमनगर में बना बैराज काफी पुराना हो गया है। इस जगह पर जल्द ही कोई नया निर्माण होना चाहिए। बैराज का पुनर्निर्माण संभव नहीं हुआ तो नया बैराज भी बन सकता है। दोनों विषयों पर अध्ययन चल रहा है। इसको लेकर उन्होंने निजी तौर जांच भी किया है। सांसद श्री झा ने कहा कि बैराज का पुनर्निर्माण या नये बैराज का निर्माण हो इसके अलावे कई संभावनाओं पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। बताया कि नेपाल और भारत के बीच पूर्व के समझौते के तहत नेपाल साइड में हाइडैम बनना है। हाइडैम का निर्माण ज्यादा कारगर है और उन्होने इसका जांच भी किया है। हाइडैम निर्माण को लेकर नेपाल से बहुत दिनों से बातचीत चल रही है। दिल्ली में उन्होंने विदेश मंत्रालय सहित अन्य मंत्रालयों में जाकर नीजि तौर पर जांच किया और उस दिशा में लगे हुए हैं। चूंकि उपर नेपाल है तो जिम्मेवारी भी उसी की बनती है। लेकिन सवाल यह है कि यदि नेपाल में हाइडैम नहीं बनता है तो क्या बिहार सरकार हाथ पर हाथ धड़े बैठी रहेगी। लिहाजा बिहार सरकार इस दिशा में हर संभावनाओं पर तेजी से काम कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि मानसून काल में कोशी नदी के जलस्तर में वृद्धि तो हर साल होता है। पानी का दबाव कम करने के लिए बैराज के सभी 56 फाटकों को आवश्यकता अनुसार खोल दिये जाते हैं। फिलहाल खतरे जैसी कोई बात नहीं है। वे जब जल संसाधन विभाग के मंत्री थे तो कोशी नदी में एकबार पांच लाख क्यूसेक पानी आ गया था। सरकार एवं जल संसाधन विभाग की इसपर लगातार नजर बनी रहती है। इस दौरान संजय झा ने पनोरमा हॉस्पिटल की खूब प्रशंसा की कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल खुल जाने से गांव के लोगों को इसका फायदा मिलेगा। कहा कि कुछ लोग बड़े चिकित्सीय संस्थान खोलने के लिए बड़े शहरों की ओर भागते हैं। लेकिन पनोरमा ग्रुप ने अपने रूट से जुड़े रहकर यहां बड़े हॉस्पीटल का निर्माण किया है। जिसका सीधा लाभ ग्रामीण इलाके के लोगों को मिल रहा है। मौके पर पूर्व आईआरएस बैद्यनाथ मेहता, जदयू नेता फेकनारायण मंडल, मोती अहमद, मकसूद मसन, जनीफ खान, मो मुश्ताक, अमित मिश्रा, भोगानंद राजा, राजु खान, दीपक दिलवर, महानंद सहनी, गोविंद झा, पप्पू झा, सत्यम झा, अजीत झा, सौरभ झा, राजीव कुमार आदि मौजूद रहे।