आखिर कब मिलेगी कालरी प्रबंधन की जिल्लत से आज़ादी
उमरिया —बैगा समुदाय के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए कृत संकल्पित सरकारों के प्रयासों को साऊथ इस्ट कोल फील्ड्स लिमिटेड इंडिया कंपनी जो वर्तमान में मिनी रत्न बन गई है, जो अपने ही सरकार के अनवरत प्रयासों की मिट्टी पलीद करके रख दिया है । विदित होवे कि उमरिया जिले के नौरोजाबाद तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत घुलघुली के लेभरहा टोला के बैगा बस्ती का जीवन नरक बन कर रह गया है ,जिनका दोहन तो कंपनी भरपूर करने में तुली हुई है,परन्तु उनकी मूल भूत सुविधाओं के नाम पर ठेंगा दिखाते नजर आ रही है ।हद तो तब हो गई जब इनके जीवन में हरदम मौत का साया मंडरा रहा है और एस ई सी एल प्रबंधन कुंभकर्णी नींद में लीन हो कर अपने मुनाफा में तल्लीन देखा जा रहा है । एसईसीएल जोहिला एरिया के कंचन ओपन कास्ट कोयला खदान से महज 100 मीटर की दूरी पर लगभग 20 घर का बैगा परिवारों का गांव बसा हुआ है जिनका मुख्य व्यवसाय मजदूरी पेशा है , इस गांव के बैगा परिवार के लोग कंचन ओपन कास्ट माइस के द्वारा की जा रही हैवी ब्लास्टिंग के कारण दिन की दिन की चैन और रात की नींद नहीं सो पाते। सोते भी कैसे हैबी ब्लास्टिंग के दुष्परिणाम स्वरूप अपने ही बीच के लोगो को गवां चुके हैं ,जिस कारण से सदैव दहसत के साए में घुट घुट कर दिन गुजार रहे हैं । सर्व विदित है कि एस ई सी एल प्रबंधन इन बैगा परिवारों की जमीन अब तक अधिग्रहित नहीं की , जिस कारण न ही इनको न तो मुवावजा दिया गया है और न ही इनको विस्थापित किया गया है। जबकि कालरी प्रबंधन इस गांव पर जहां पर बैगा निवास रत है,से लगभग 5 मीटर की दुरी पर कालरी प्रबंधन के द्वारा अपनी सीमा पर मुनारा भी बनाया गया है, इतना ही नहीं इस बैगा बस्ती से लगा धनवाही का डैम भी स्थित है इससे इन बैगाओ के आगे पीछे , चहुंओर से संकट ही संकट बना हुआ है । बैगा परिवार के भू अधिग्रहण मामला भी इसी डैम और कंचन ओपन कास्ट माइंस के बीच फंसा हुआ है जिसका खामियाजा सरकार के अति संवेदनशील सूची मे दर्ज बैगा परिवार भुगतने को मजबूर है । आश्चर्यजनक कहा जाये कि एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा ग्राम धनवाही मे बनी स्कूल को अधिग्रहित कर उसको डिस मेंटल कर दिया गया था , तथा तक विद्यालय के नए भवन का निर्माण नहीं हुआ है जिस कारण यहाँ के बैगा परिवार के बच्चे शिक्षा से वंचित हैं गौरतलब है की पूर्व मे कंचन ओपन माइंस की हैवी ब्लास्टिंग के कारण ग्राम धनवाही एक घर हैवी ब
ब्लास्टिंग के कारण अचानक भरभरा कर गिर गया था, इस घटना मे एक महिला की मौत भी हो गई थी, उल्लेखनीय है कि कंचन ओपन कास्ट कोयला खदान में कोयले के ज्यादा उत्पादन को लेकर शासन के नियमों को दरकिनार करते हुए हैवी ब्लास्टिंग की जाती है कंचन ओपन कास्ट खदान में हैवी ब्लास्टिंग होने के कारण आस पास के ग्रामीण क्षेत्र के रह वासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है