वर्ल्ड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराई छह वर्षीय छात्रा संस्थिता महतो

बिभूति भूषण भद्र दैनिक समाज जागरण संवाददाता

झाड़ग्राम जिले के बेलपहाड़ी निवासी सत्यजीत महतो एवं झूमा पाइन की लाडली पुत्री संस्थिता महतो ने महज छह वर्ष के आयु में विश्व रिकॉर्ड हासिल कर जंगलमहल का मान बढ़ाया है।संस्थिता के द्वारा अविश्वसनीय प्रतिभा के बलबूते असंभव को संभव कर कृतिमान हासिल किया है, तथा विश्व रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा कर प्रसिद्धि हासिल की,संस्थिता ने विश्व में सबसे तेज पहेली ( jigsaw puzzle ) हल करने का विश्व रिकॉर्ड मात्र 15 मिनट 29 सेकंड में 108 विश्व पहेली के टुकड़ों को व्यवस्थित कर अपनी प्रतिभा को दर्शाया है। जिसे देखकर हर कोई हैरान है। झाड़ग्राम जिले के बेलपहाड़ी इलाके से प्रथम विश्व रिकॉर्ड हासिल करने वाली बन गई संस्थिता।संस्थिता शहर के वेस्ट एंड हाई स्कूल ( अंग्रेजी माध्यम ) में कक्षा प्रथम की छात्रा है। छोटी सी उम्र में बड़ी प्रतिभा का होना वाकई में कड़ी मेहनत और लगन का ही नतीजा है। मालूम हो कि संस्थिता के पिता सत्यजीत महतो स्वास्थ्य कर्मी एवं माता झूमा पाइन आंगनबाड़ी सेविका हैं।संस्थिता के इस सफलता पर माता-पिता के अतिरिक्त परिजनों व पड़ोसियों में काफी खुशी है।संस्थिता न केवल वर्ल्ड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड बल्कि इंटरनेशनल एवं एशिया बुक्स ऑफ रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज कर चुकी है।संस्थिता के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपनी बच्ची की प्रतिभा को इंटरनेट के माध्यम से उजागर करने के लिए विगत 24 अप्रैल को आवेदन किया था। सारी प्रक्रिया व जानकारी की जांच पड़ताल के पश्चात उन्हें 10 मई को ईमेल के माध्यम से सूचना प्राप्त हुआ कि उनकी लाडली का नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। जबकि 28 मई को कुर्रिअर से मिले पत्र में इस संदर्भ में पूर्ण जानकारी प्राप्त होने पर परिवार जनों के मध्य खुशी की लहर दौड़ गई। देखते ही देखते इसकी जानकारी इलाके में फैल गई। लोग संस्थिता की उपलब्धि का जिक्र करने लगे। नन्ही संस्थिता ने अपने प्रतिभा के बलबूते रातों-रात प्रसिद्धि हासिल की। लोगों द्वारा उनके घर जाकर बधाई देने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।