रतनपुर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रमेश सूर्या के खिलाफ कांग्रेस के कतिपय नेताओ ने की पीसीसी अध्यक्ष से शिकायत,,, रतनपुर ब्लाक कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्त्ता की बेदाग़ छबि को धूमिल करने की गई झूठी शिकायत

शिकायत को लेकर रमेश सूर्या ने किया खुलासा, पार्टी के नीति-रीती के खिलाफ कार्य करने वाले कतिपय नेताओ का है षडयत्र

शिकायतों की निष्पक्ष जांच से होगा षड्यंत्र का खुलासा, होगा दूध का दूध और पानी का पानी

समाज जागरण ब्यूरो चीफ विवेक देशमुख

रतनपुर। प्रधानमंत्री आवास व आवास पट्टा बनाने के नाम पर खंडोपारा के कई हितग्राहियों से जमुना माथुर, इलियास कुरैशी, मोहर खान, कमल सोनी ने हजारो की राशि ले लिया जिसकी जानकारी रतनपुर ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रमेश सूर्या को होने पर उन्होंने हितग्राहियों से लिए पैसे वापस कराकर कांग्रेस पदाधिकारियों को डपट भी लगाई लेकिन इस मामले को अलग रूप देते हुए कांग्रेस पदाधिकारियों ने ब्लाक अध्यक्ष के खिलाफ पीसीसी अध्यक्ष से शिकायत कर उन्हें पद से हटाने की मांग कर दी, खुद के दामन पर दाग लगाने वाले ये कांग्रेस के जिम्मेदार नेता यही नहीं रुके उन्होंने कई अलग अलग मुद्दों को लेकर सूर्या के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जिसमे कई अन्य कांग्रेस पदाधिकारियों को भी बरगलाते हुए अपने पक्ष में किया| कांग्रेस ब्लाक शहर अध्यक्ष रमेश सूर्या से इस मामले में चर्चा करने पर उन्होंने पुरे फसाद की जड़ का खुलासा किया जिसमे यह बात सामने आई की अपने दामन पर लगे कीचड़ को साफ़ करने ईमानदार एवं कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने वाले ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष की बलि चढाने का कार्य इन कतिपय लोगो द्वारा किया जा रहा है|

रतनपुर कांग्रेस ब्लाक शहर अध्यक्ष रमेश सूर्या के खिलाफ हुई शिकायत पर चर्चा के दौरान हकीकत बयान करते हुए बताया किप्रधानमंत्री आवास व आवास पट्टा बनाने के नाम पर खंडोपारा के कई हितग्राहियों से जमुना माथुर, इलियास कुरैशी, मोहर खान, कमल सोनी ने हजारो की राशि ले लिया जिसकी जानकारी रतनपुर ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रमेश सूर्या को होने पर उन्होंने हितग्राहियों से लिए पैसे वापस कराकर कांग्रेस पदाधिकारियों को डपट भी लगाई, जिन हितग्राहियों से इन्होने पैसे लिए वे सभी बयान देने भी तैयार है|

इसी तरह ब्लाक कांग्रेस रतनपुर की कार्यकारणी की बैठक में कार्यकर्ताओ एवं पदाधिकारियों को नहीं बुलाने का आरोप लगाया गया जिसमे ब्लाक कांग्रेस कमेटी शहर रतनपुर से ही ग्रामीण क्षेत्र का संचालन किया जाता था जिसके तहत 44 बूथ आते थे जो विगत कई वर्षो से चला आ रहा था जिसमे विजय केशरवानी जी ने ग्रामीण क्षेत्र के लिए यासीन खान को जोन अध्यक्ष बनाकर 24 बूथ को पिछले डेढ़ वर्षो से अलग कर दिया मगर इसी बात को लेकर कतिपय कांग्रेस पदाधिकारियों ने कांग्रेस की मीटिंग में नहीं बुलाने का हवाला देकर शिकायत किया है जबकि 24 बूथ अलग करने के बाद से पार्टी की मीटिंग की जिम्मेदारी यासीन खान की है इसमें रतनपुर ब्लाक शहर अध्यक्ष का कोई भी सरोकार नहीं है, इस मामले के कार्यक्रम की जानकारी सहित सभी दस्तावेज एवं सूर्या के पास सुरक्षित है जिसे प्रस्तुत करने पर मामला साफ़ हो जाएगा |

मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान की राशि के आबंटन को लेकर किए गए शिकायत को लेकर सूर्या ने कहा कि डेढ़ वर्ष पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ताओ के लिए मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान के तहत 5-5 हजार की राशि आबंटित की गई है जिसकी पूरी जानकारी क्रमवार एवं नाम व हस्ताक्षर सहित रजिस्टर में दर्ज है ये राशि कांग्रेस कार्यकर्ताओ को ही दी गई है जिसमे मेरे खिलाफ शिकायत करने वाले पदाधिकारी के नाम भी शामिल है|

रमेश सूर्या पर रतनपुर कांग्रेस के 30 साल से काबिज कांग्रेस भवन हेतु प्रस्तावित जमीन को भी जानबूझकर विवादित बनाने का आरोप लगाया गया है जिसको लेकर सूर्या ने बताया कि रतनपुर ब्लाक कांग्रेस कमेटी ने नाम पर किसी भी तरह की जमीन ना पहले थी और ना ही वर्तमान में है, महामाया चौक के पास स्थित जमीन पर कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे है और झंडावंदन भी इसी स्थल में किया जाता है सारे आरोप बेबुनियाद है तर्कहीन है| कांग्रेस के कार्यक्रम स्थल के पीछे ही रमेश शर्मा की जमीन है उन्होंने अपनी जमीने कई टुकडो में अलग अलग व्यक्तियों को बिक्री किया है जिसको लेकर ही जबरन आरोप लगाया जा रहा है|

वार्ड क्रमांक 8 भेड़ीमुड़ा और अन्य वार्डों में फर्जी तरीके से कार्यकर्ताओं के बिना सहमति के उनका नाम लिखकर बूथ कमेटी के गठन का भी आरोप रमेश सूर्या पर लगाया गया है जिसको लेकर सूर्या ने बताया कि मेरे द्वारा बूथ अध्यक्ष राजकुमार कश्यप जी पीसीसी से इस बूथ के कर्ताधर्ता की जानकारी आसानी से मिल जायेगी कि इस बूथ में नियुक्तिया कैसे हुई है|

जमुना माथुर के बेटे पर फर्जी मार्कसीट से नौकरी का आरोप :- फर्जी अंकसूची से सरकारी नौकरी हथियाने वाले कर्मचारी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है, मामला आयुर्वेद विभाग के अंतगत कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है औषधालय सेवक के पद पर प्रदीप कुमार माथुर पिता जमुना प्रसाद माथुर ने वर्ष 2013 में फर्जी अंकसूची के जरिये नौकरी पाई थी| सूत्रों की माने तो इसी स्वास्थ्य केंद्र में प्रदीप माथुर का भाई भी पदस्थ है जिसके भी प्रमाणपत्रो की जांच करने कर मामला सामने आने की आशंका जताई जा रही है|