‘नफरत फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए’:मंच
फारबिसगंज।
सीमांचल अधिकार मंच के अध्यक्ष शाहजहाँ शाद ने शनिवार को फारबिसगंज के कर्बला मैदान में आयोजित एक विशाल जनसभा की सफलता पर सभी आयोजकों और उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया। यह जनसभा उन व्यक्तियों के खिलाफ आयोजित की गई थी जिन्होंने हाल ही में पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। शाद ने इस जनसभा के माध्यम से देश में नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
शाहजहाँ शाद का बयान
जनसभा के दौरान शाहजहाँ शाद ने कहा, “इतने कम समय में, शहर और गांवों के लोग बड़ी संख्या में इस विरोध सभा में शामिल हुए और एकजुटता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। इससे यह संदेश सरकार तक पहुंच गया कि देश में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। नफरत फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”
उन्होंने सभा में मौजूद लोगों, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और समाजसेवियों का भी धन्यवाद किया। शाद ने कहा कि इस जनसभा में आए लोगों ने न केवल अपने विचारों का इज़हार किया, बल्कि उन नफरत फैलाने वालों के इरादों को भी बेनकाब किया जिनकी समाज और देश में कोई जगह नहीं है।
मार्च रद्द होने पर शाद का बयान
शाहजहाँ शाद ने यह भी बताया कि उनका उद्देश्य शहर में एक शांतिपूर्ण मार्च निकालना था, लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से इसकी अनुमति नहीं दी। शाद ने कहा, “हम न्यायप्रिय लोग हैं, और हमें समाजिक कल्याण और शांति से कोई समझौता नहीं है। प्रशासन के अनुरोध पर हमने शांतिपूर्ण मार्च को रद्द किया और केवल कर्बला मैदान में जनसभा आयोजित की।”
सभा की सफलता पर संतोष
जनसभा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए और एक ठोस एकता का संदेश दिया। शाद ने कहा, “यह सभा यह बताती है कि हम एकजुट हैं और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। हमारा देश शांति, भाईचारे और एकता का प्रतीक है, और यहां नफरत और विध्वंसक विचारों के लिए कोई स्थान नहीं है।”
उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों को उनके संयम और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभा के शांतिपूर्ण आयोजन में स्थानीय पुलिस प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
नफरत के खिलाफ संदेश
शाद ने सभा में एक बार फिर से यह स्पष्ट किया कि नफरत फैलाने वालों के लिए समाज में कोई जगह नहीं है, और जो लोग समाज को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें कोई स्थान नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, “हम सभी शांति, भाईचारे और एकता में विश्वास रखते हैं, और यही हमारी ताकत है।”
सभा का शांतिपूर्ण ढंग से आयोजन और प्रशासन का सहयोग प्रशंसा के योग्य था, और यह जनसभा एक मजबूत संदेश देती है कि इस देश में नफरत की कोई जगह नहीं हो सकती।