1.4 अरब साल पुराना है फ़ॉसिल्स पार्क, अब पर्यटन को मिलेगी रफ्तार
विजय कुमार अग्रहरी/ आनन्द कुमार। दैनिक समाज जागरण
सोनभद्र। दुनिया के सबसे पुराने सलखन के फासिल्स पार्क को विश्व धरोहरों की सूची में शामिल करने के लिए एक बड़ी सफलता मिली है. 1.4 अरब पुराने इसका फासिल्स पार्क को यूनेस्को ने धरोहरों की संभावित सूची में शामिल कर लिया है. आधिकारिक तौर पर इसकी सूचना यूनेस्को की वेबसाइट और एक हैंडल पर जारी कर दी गई है. अब विश्व धरोहर समिति इसका आंकलन करेगी और आगे निर्णय लेगी. विश्व धरोहर घोषित होने पर सलखन में पर्यटन विकास को गति मिलेगी. इसके अलावा पूरी दुनिया में इसकी अलग पहचान बनेगी. यूनेस्को प्रतिनिधि मंडल मे शामिल बीएचयू के डॉ. राणा प्रवीण सिंह के अनुसार, भारत की ओर से यूनेस्को गए प्रतिनिधि मंडल ने तीन श्रेणियों में देश के 63 स्थलों को विश्व धरोहर घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया है. इसमें सबसे ज्यादा 50 सांस्कृतिक श्रेणी,10 प्राकृतिक श्रेणी और तीन मिश्रित श्रेणी के स्थल हैं. सलखन के फाफिल्स पार्क को प्राकृतिक श्रेणी में रखा गया है. पूरे उत्तर प्रदेश में इस श्रेणी में सिर्फ सलखन ही एकमात्र स्थल के रूप में शामिल है. वर्तमान में भारत के कुल 43 स्थलों को यूनेस्को की ओर से विश्व धरोहर घोषित किया गया है. इसमें सात प्राकृतिक श्रेणी के हैं. सलखन के अलावा बनारस के ऐतिहासिक और सारनाथ संस्कृतिक श्रेणी में शामिल किया गया है. विश्व धरोहरों की संभावित सूची में सलख न फाफिल्स पार्क के शामिल होने को बड़ी सफलता मानी जा रही है. बताते चलें कि पिछले वर्ष लखनऊ से आयी पर्यटन विभाग की टीम ने इसका विस्तृत अध्ययन किया था. इसके बाद डोजियर बनाकर केंद्र सरकार को प्रेषित किया था।