शिशुओं के जीवन व भविष्य की सुरक्षा के जरूरी है टीकाकरण : जिलाधिकारी

मिशन इंद्रधनूष के तीसरे चरण का जिलाधिकारी ने किया विधिवत उद्घाटन

पांच साल तक के 8080 बच्चे व कुल 1648 गर्भवती महिलाओं को टीककृत करने का लक्ष्य

रंजीत ठाकुर,दैनिक समाज जागरण संवाददाता

अररिया। जिले में मिशन इंद्रधनुष 5।0 अभियान का तीसरा व आखिरी चरण सोमवार से शुरू हुआ। मिशन इंद्रधनूष का तीसरा चरण जिले में 27 नवंबर से 02 दिसंबर तक संचालित होगा। सोमवार को सदर अस्पताल परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी इनायत खान ने बच्चों को दवा पिलाकर अभियान का विधिवत शुभारंभ किया। मौके पर सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह, डीआईओ डॉ मोईज,अस्पताल अधीक्षक डॉ राजेंद्र कुमार, एसएमसी यूनिसेफ आदित्य कुमार सिंह, डीटीएल पिरामल संजय कुमार झा, वीसीसीएम यूएनडीपी शकील आजम, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।

कई गंभीर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है टीकाकरण

अभियान का उद्घाटन करते हुए जिलाधिकारी इनायत ने कहा कि टीकाकरण गर्भवती महिला व पांच साल तक के बच्चों को कई गंभीर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। नियमित टीकाकरण से वंचित रहने पर शिशुओं का सर्वांगीण विकास प्रभावित होता है। शिशुओं के जीवन व भविष्य की सुरक्षा के लिये टीकाकरण सबसे प्रभावी व उपयोगी जरिया है। उन्होंने सभी अभिभावकों को पांच साल तक के अपने बच्चों को टीका का संपूर्ण डोज दिलाने की अपील की।

हर स्तर पर की गयी जरूरी तैयारी

सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने कहा कि अभियान की सफलता को लेकर विभिन्न स्तरों पर जरूरी तैयारी की गयी है। अभियान के क्रम में 5 साल से कम उम्र के सभी बच्चे व गर्भवती महिलाओं का शतप्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराना अभियान का उद्देश्य है। सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में अभियान की सफलता विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार है। वैसे इलाके जहां नियमित टीकाकरण की पहुंच सीमित है। वैसे चिह्नित इलाकों में अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर विशेष पहल की जा रही है।

कुल 610 स्थानों पर संचालित होगा टीकाकरण सत्र

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि अभियान की सफलता को लेकर जिले के विभिन्न प्रखंडों में कुल 610 टीकाकरण सत्र का निर्धारण किया गया है। अभियान के क्रम में पांच साल तक के 8080 बच्चे व कुल 1648 गर्भवती महिलाओं को टीका के निर्धारित डोज से आच्छादित करने का लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने कहा कि अभियान की सफलता को लेकर राज्य सरकारा व यूनिसेफ की मदद से कम आच्छादन वाले चिह्नित इलाकों में नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम आयोजित कर टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक किया गया है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी के स्तर से आम लोगों को टीकाकरण के महत्व से अवगत कराते हुए अभिभावकों को अपने बच्चों के पूर्ण टीकाकरण के लिये प्रेरित किया गया है। अभियान के क्रम में इसका साकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है।