राष्ट्रीय लोक अदालत में 118578 वादों का किया गया निस्तारण———————————-समाज

जागरण दैनिक विश्व नाथ त्रिपाठी

प्रतापगढ़। जनपद न्यायालय परिसर प्रतापगढ़ में राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उदघाटन माननीय जनपद न्यायाधीश अध्यक्ष/जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अब्दुल शाहिद द्वारा माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रशासनिक न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद माननीय नीरज तिवारी जी ने 25 वर्ष से अलग रह रहें पति पत्नी की एक साथ बिदायी करायी गई तथा उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएॅ दी। माननीय न्यायमूर्ति द्वारा सभी न्यायिक अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अधिक से अधिक संख्या में आपसी सुलह समझौते से मुकदमों का निस्तारण लोक अदालत में करें, जिससे अधिक से अधिक वादकारियों को लाभ मिल सके। कार्यक्रम का संयोजन/संचालन अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुमित पंवार ने किया। इस अवसर पर समस्त न्यायिक अधिकारीगण एवं अधिवक्ता संगठनों के पदाधिकारीगण, वरिष्ठ अधिवक्तागण, मध्यस्थगण, पैनल अधिवक्तागण, लीगल एड डिफेन्स काउन्सेल एवं पी0एल0वी0गण उपस्थित रहे।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 118578 वादों का निस्तारण किया गया जिनमें 3637 फौजदारी वाद, 11 एन0आई0 एक्ट, 177 विद्युत वाद, 30 मोटर दुर्घटना वाद, 77 वैवाहिक वाद, 461 सिविल वाद, 968 बैंक ऋण, 11 बी0एस0एन0एल0 वाद, कलेक्ट्रेट प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा 111279 मामले, विद्युत विभाग द्वारा 1624 वाद एवं उपभोक्ता फोरम द्वारा 04 वादों का निस्तारण किया गया।
उपरोक्त प्रकरणों के अन्तर्गत फौजदारी वादों में 1737862 रू0 का अर्थदण्ड वसूल किया गया, मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति वादों में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के अधिकारी दिवाकर चतुर्वेदी द्वारा कुल 30 मामलो में विपक्षी बीमा कम्पनियों से पीड़ित याचीगण को रू0 15827000 का प्रतिकर दिलाया गया, उत्तराधिकार वादों में 2193469 रू0 का उत्तराधिकार प्रमाणपत्र जारी किया गया। बैंको के बकाया ऋण के 1277 मामलों में बैंक एवं बकायेदारो के मध्य 120736127 रू0 एवं बी0एस0एन0एल0 वादों में कुल रूपया 28484 का समझौता हुआ। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश महोदय द्वारा 77 वैवाहिक मामलों में पति पत्नी के मध्य सौहार्दपूर्ण समझौता कराया गया। उभय पक्षों को जनपद न्यायालय के सभागार में माननीय न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद नीरज तिवारी, जनपद न्यायाधीश एवं परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश द्वारा मिठाई देकर उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामना दी गयी। इस राष्ट्रीय लोक अदालत के सफलतापूर्ण आयोजन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पराविधिक स्वयं सेवकों, पैनल अधिवक्तागण, मध्यस्थगण, परामर्शदाता कर्मचारीगण व बैंक अधिकारियों का सहयोग सराहनीय रहा।