सुनील बाजपेई
कानपुर। यहां कल्याणपुर खुर्द में बीते सोमवार को हुई वकील राजेश सिंह की हत्या को लेकर वकील और न्यायिक कार्य से विरत रहे। वकीलों की इस हड़ताल के चलते वाद कारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। साथ ही वकीलों ने डीएम को ज्ञापन देकर मृतक वकील के परिवार के लिए मुआवजे ओ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की भी मांग की। कुल मिलाकर अधिवक्ता राजेश सिंह हत्याकांड को लेकर अधिवक्ताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है।
याद रहे कि अधिवक्ता राजेश सिंह सोमवार शाम को अपनी पत्नी क्षमा और दो बेटियां निशि (10) नेहा (5) के साथ अपनी ससुराल के लिए निकले थे। घर से चंद कदम की दूरी पर वीएन शर्मा का मकान है, जिसमें धीरज तिवारी किराए पर रहकर तीन गाड़ियां चलवाने का काम करता है। सभी गाड़ियां घर के सामने ही खड़ी की जाती हैं, जिससे रास्ता बंद हो जाता है। उस दिन भी ऐसा ही हुआ। गाड़ी हटाने की बात पर राजेश सिंह की धीरज से बहस हुई थी। राजेश सिंह देर रात जब अपनी पत्नी और बच्चों के साथ घर वापस आए तब भी गाड़ी हटाने को लेकर विवाद हुआ। आरोपी धीरज तिवारी ने अपनी पत्नी और अन्य साथियों के साथ मिलकर राजेश सिंह पर हमला कर दिया। इस दौरान बैसाखी राजेश सिंह के सिर में लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया जाने के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।