उमरिया। बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अनुभूति कैंप के माध्यम से बच्चों को वन और वन्य प्राणी की जानकारी दी गई है । शनिवार को धमोखर बफर परिक्षेत्र में परासी गेट के अंदर जंगलों में ले जाकर बच्चों को जंगल में सैर करवाई गई। जंगल में वृक्षों और वृक्षों के उपयोग की जानकारी दी गई। वन्य प्राणियों की जानकारी देने के साथ-साथ अधिकारियों ने बच्चों से बात की। बच्चों को वनों की सुरक्षा वन्य प्राणियों की सुरक्षा और पेड़ लगाने से प्रकृति को होने वाले लाभ के बारे में बताया। धमोखर बफर परिक्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र से स्कूल से 102 बच्चे अनुभूति कैंप में पहुंचे थे। संचार प्रौद्योगिकी प्रबंधन समिति के चौयरमेन निरंजन बिशी,सदस्य गुलाम अली, क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय,उप संचालक पी के वर्मा धमोखर परिक्षेत्र के अनुभूति कैंप में पहुंचे एवं बच्चों से बात चीत की।
बांधों का टाइगर रिजर्व में अनुभूति कैंप में बच्चों को सुबह नाश्ता फिर जंगल की सैर, वनों की जानकारी, वृक्षों की जानकारी वन्य प्राणियों की जानकारी के साथ दोपहर का भोजन दिया गया साथ ही कैंप में बच्चों को की प्रतियोगिता भी कराई गई। अनुभूति कैंप में बच्चों को मैं हूं बाघ की थीम पर बच्चों को डांस करवाया गया। बच्चे भी उत्साहित होकर वन्य प्राणियों की जानकारी ली। मैं हूं बाघ थीम के सॉन्ग पर जमकर डांस किया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के धमोखर बफर परिक्षेत्र के परिक्षेत्र अधिकारी विजय शंकर श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार अनुभूति कैंप में प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया गया। बच्चों को वन्य प्राणियों के साथ वृक्षो की जानकारी दी गई। वृक्ष और जंगलों को बचाने के बारे में समझाया गया। जंगली जानवरों वन्य प्राणियों की जानकारी दी गई। रेंज के आसपास लगभग पांच गांव के 102 बच्चे कैंप में शामिल हुए हैं।