अपनी ही जमीन बेच नहीं पा रहे मूडकुम गांव के गैर सीएनटी प्रभावित ग्रामीण,असामाजिक तत्वों के आतंक से परेशान*

अभय कुमार मिश्रा, दैनिक समाज जागरण, ब्यूरो चीफ, कोल्हान झारखंड

सरायकेला खरसावां (झारखंड)27 मार्च 2025:– गम्हरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मुड़कुम गांव के ग्रामीण स्थानीय कुछ असामाजिक तत्वों के करतूत से परेशान है। ग्रामीणों ने बुधवार को पारस में  आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि गांव के गैर सीएनटी प्रभावित वर्ग के लोग अपनी जमीन डेवलपर बेचना चाहते है। ताकि  अपना घर और बच्चों की शिक्षा हो सके। लेकिन गांव के कुछ असामाजिक तत्व एक नई राजनीतिक पार्टी का चोला ओढ़कर यहां जमीन को बेचने से रोक रहे है। उनकी जमीन पर शाम से सुबह तक आठ से दस की संख्या में ये लोग उनकी जमीन पर शराब पीते है। उनकी जमीन को देखने आनेवाले ग्राहकों को भड़काते है। प्रशासन को सरकारी जमीन बताकर शिकायत करते है और खुद जेसीबी लगाकर बाउंड्री को तोड़वा देते है। ग्रामीणों ने बताया कि उनका पचास एकड़ जमीन सीतारामपुर डैम को दिए है। किसी तरह का रोजी रोजगार उनके पास नहीं है, इसलिए अपनी जमीन को बेचकर बच्चों के स्कूल का फीस और परिवार का भरण पोषण करना चाहते है। लेकिन राजेश महतो, अमृत महतो नामक व्यक्ति आठ से दस की संख्या उनकी जमीन पर भयादोहन करने के उद्देश्य से परेशान कर रहे है। यही नहीं शिव साईं कंस्ट्रक्शन डेवलपर को ये लोग रास्ते में रोककर दस लाख की रंगदारी तक की मांग की। जिसकी शिकायत स्थानीय थाना में दर्ज करवाया गया है। इनके  आतंक से सभी गैर सीएनटी प्रभावित लोगों के जीवन यापन पर आफत आ गया है। क्योंकि उनके पास जमीन ही है जिसे बेचकर अपना परिवार चलाते है। ग्रामीणों ने मांग किया है कि अंचल उनकी जमीन का सरकारी मापी कर दे और जमीन बेचने के लिए पुलिस उन्हें सुरक्षा प्रदान करे। मौके पर शक्ति पदों सिंह, देवाशीष सिंह, नवकुमार सिंह, कानू गोराई, भीम मंडल, मंशा कैबरतो, अधिराज सिंह देव, प्रदीप चौधरी, भूपति चौधरी, राजू चौधरी, नकुल मंडल, रविन्द्र मंडल, सुमन मंडल, धीरज सोनार आदि मौजूद थे।

पांच एकड़ जमीन शिव साईं ने लिया है, ग्राहक लेकर जाने पर बना लिए बंधक

शिव साईं कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर ललित झा ने बताया कि उन्होंने पांच एकड़ गैर सीएनटी जमीन ग्रामीणों से खरीदा है। लेकिन राजेश महतो, अमृत महतो तथा अन्य उनके दस लाख की रंगदारी मांगी। उनकी गाड़ी को रोककर बंधक बना लिया था। पुलिस ने उन्हें सही सलामत छुड़वाया है। वे ग्रामीण युवाओं को खेलकूद से लेकर अन्य सहायता करते रहे है। लेकिन कुछ चंद लोग इस तरह से उन्हें परेशान कर रहे है।

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